औरंगाबाद नगर : बिहार के औरंगाबाद में इंटर परीक्षा के दौरान 16 फरवरी को फिजिक्स के पेपर वायरल करने मामले में एसआइटी ने एक परीक्षार्थी और तीन वीडियोग्राफरों सहित सात और लोगों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बीएलइंडो पब्लिक स्कूल और नारायणा मिशन स्कूल परीक्षा केंद्रों पर तैनात अधीक्षकों और वीक्षकों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी है. इन्हीं दोनों केंद्रों से वीडियोग्राफरों ने प्रश्नपत्र का फोटो खींच कर वाट्सएप पर वायरल कराया था.
पूछताछ के दौरान शिवम ने बताया कि अमरजीत कुमार व समीर ने प्रश्नपत्र के उत्तर बना कर उसके वाट्सएप
पर भेजे थे. एसपी ने बताया कि नारायणा क्लासेस में पढ़नेवाले शिवम कुमार ने उस मैसेज को इंटर के परीक्षार्थी प्रिंस कुमार को भेजा, जो दाउदनगर राजकीय उच्च विद्यालय में फिजिक्स की परीक्षा दे रहा था. जब मामले का अनुसंधान नयी तकनीक से किया गया, तो पता चला कि वीडियोग्राफर धीरेंद्र ने अपने दो लोगों उदय व आदित्य के माध्यम से परीक्षा केंद्रों के अंदर से प्रश्नपत्र का फोटो लेकर बाहर भेजा. इसके बाद उत्तर वायरल किये गये.
एसपी ने बताया कि उदय कुमार व आदित्य कुमार को परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफी करने के लिए प्रशासन ने अधिकृत भी नहीं किया था, लेकिन उदय ने गोविंद नामक किसी व्यक्ति का परिचयपत्र लेकर बीएलइंडो पब्लिक स्कूल परीक्षा केंद्र पर वीडियोग्राफी शुरू कर दी, जबकि आदित्य ने नारायणा मिशन स्कूल परीक्षा केंद्र पर. इस संबंध में आदित्य से पूछताछ की गयी, तो उसने बताया कि अमरजीत कुमार का कॉल आया था और उदय के कहने पर उसने अमरजीत के वाट्सएप पर प्रश्नपत्र भेजा था. पुलिस ने अनुसंधान के दौरान दो और लोगों प्रियांशु और सुशील कुमार को पकड़ा, जिन्होंने प्रश्नपत्र के उत्तर को दूसरे लोगों के मोबाइल पर भेजने का काम किया था.
पुलिस अनुसंधान में स्पष्ट हुआ है कि जिन सात लोगों को पकड़ा गया है, उनका संबंध नारायणा क्लासेस के शिक्षक अमरजीत व समीर से रहा है, जिन्हें पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
एसपी ने कहा कि उक्त परीक्षा केंद्रों पर जिन दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को तलाशी लेने की जिम्मेवारी दी गयी थी, उन लोगों ने अपनी ड्यूटी में रुचि नहीं ली. यही कारण है कि प्रशासन द्वारा अधिकृत वीडियोग्राफर की जगह दूसरा व्यक्ति केंद्र के अंदर चला गया और उस व्यक्ति ने प्रश्नपत्र वायरल किया. इसलिए संबंधित दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. साथ ही, उनकी हर गतिविधि की जांच की जा रही है. इन पर भी विभागीय कार्रवाई होगी. यही नहीं, जिन परीक्षा केंद्रों से प्रश्नपत्र वायरल हुआ और जिस परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी पकड़ा गया है, उन परीक्षा केंद्रों के वीक्षकों व केंद्राधीक्षकों की सूची डीइओ से मांगी गयी है. सूची प्राप्त होते ही उन पर भी कार्रवाई की जायेगी.
एसपी ने कहा है कि प्रश्नपत्र लीक मामले में जिन लोगों की संलिप्तता होगी, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा. प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों को जेल भेजा जायेगा. इस कांड का खुलासा करने के लिए एसआइटी का गठन किया गया है. गौरतलब है दो दिन पहले इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. इस प्रकार अब तक पेपर लीक मामले में 11 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. प्रेसवार्ता में नगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार वर्णवाल, दारोगा अंजय चौधरी, पंकज कुमार, आदित्य कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.