21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

घुटने भर पानी पार कर स्कूल जाते बच्चे

कुव्यवस्था. होमगार्ड गली की स्थिति से खुली नगर पर्षद की पोल नाली तो पहले ही टूट गयी, अब तो ईंट सोलिंग भी नहीं दिखती औरंगाबाद सदर : सुबह होते ही हर रोज अनमोल राज बन-ठन कर स्कूल के लिए तैयार होता है व अपने स्कूल बैग उठा कर जैसे ही घर से बाहर निकलता है, […]

कुव्यवस्था. होमगार्ड गली की स्थिति से खुली नगर पर्षद की पोल

नाली तो पहले ही टूट गयी, अब तो ईंट सोलिंग भी नहीं दिखती
औरंगाबाद सदर : सुबह होते ही हर रोज अनमोल राज बन-ठन कर स्कूल के लिए तैयार होता है व अपने स्कूल बैग उठा कर जैसे ही घर से बाहर निकलता है, तो उसे याद आता है कि उसने गलती से जूते पहन लिये हैं. क्योंकि, सड़क पर लगे घुटने भर पानी में कोई जूता पहन कर पार नहीं हो सकता. याद आते ही अनमोल अपना जूता खोल कर हाथ में उठाता है और तब्दील में तब्दील सड़क को पार करता है. ये कहानी सिर्फ अनमोल की ही नहीं,
बल्कि हर स्कूल जानेवाले बच्चों व काम पर जाने वाले लोगों का है, जिन्हें जूते व चप्पल हाथ में लेकर शाहपुर स्थित वार्ड 26 के होम गार्ड कैंपस की गली पार करनी होती है. रविवार को कुछ स्थानीय लोगों ने इस समस्या पर नाराजगी जताते हुए होम गार्ड कैंपस के पास नगर पर्षद के विरोध में प्रदर्शन भी किया व वार्ड पार्षद के विरोध में नारे भी लगाये.
बनते ही टूट गयी सड़क व नाली
शहर का सबसे पुराना व घना आबादी वाला मुहल्ला शाहपुर रोड स्थित वार्ड 26 की यह तसवीर है, जहां घंटे भर की बारिश में ही सड़कें डूब जाती हैं व नाली का पानी सड़कों पर आ जाता है. यही बारिश अगर जोरदार हुई, तो घर में भी पानी घुस जाता है. वार्ड 26 के होम गार्ड कैंपस के पास कुछ वर्ष पूर्व करीब चार लाख रुपये की लागत से सड़क व नाली का निर्माण कराया गया था. पर, नाली बनते ही ध्वस्त हो गयी. स्थानीय निवासी उपेंद्र पाठक, अनुज पाठक, जितेंद्र कुमार व अरुण मिश्रा बताते हैं कि वार्ड पार्षद द्वारा एक वर्ष पूर्व ही सड़क व नाली का निर्माण कराया गया था. पर, नाली बनने के साथ ही टूट गयी व ईंट सोलिंग के बाद सड़क पर ईंट ही नहीं दिखीं. लेकिन, चेयरमैन स्वेता गुप्ता व वार्ड पार्षद कामता मेहता के नाम का बड़ा शिलापट मुख्य मार्ग पर लगा दिया गया है. ये तो वही हुआ जैसे कि नाम बड़े व दर्शन छोटे.अब आलम यह है कि तीन माह तक बारिश के समय इस गली में घुटने भर पानी जमा रहता है.
ऐसे शहर में रहने से अच्छा तो गांव ही है, जहां कम से कम पहले से रहता है पता
शहर से अच्छा तो गांव था, जहां ये तो पता था कि बरसात में घर से निकलेंगे तो पैर मिट्टी से गंदे होंगे ही. लेकिन, शहर के वार्ड की हालत ये है कि यहां मिट्टी से पैर नहीं लेटते, बल्कि नाली के पानी में घुस कर जाना पड़ता है. बच्चों को स्कूल व महिलाओं को मंदिर जाने में बहुत परेशानी होती है. सारी पवित्रता नाली पार करते ही खत्म हो जाती है.
संजय कुमार, निवासी वार्ड 26
कभी-कभी बच्चों को कंधे पर बैठा कर होम गार्ड कैंपस की गली पार करनी पड़ती है. टैक्स लेने में नगर पर्षद आगे है और सुविधा कुछ नहीं देती. चेयरमैन व वार्ड पार्षद से कई बार सड़क बनाने की मांग की गयी. लेकिन, इसे नहीं बनाया गया. अब तो मुख्य पार्षद प्रतिनिधि शिव गुप्ता वार्ड 26 के लोगों को देखते ही छिप जाती हैं. घर में रहते हुए भी बहाना कर देती हैं.
अनुज कुमार, निवासी वार्ड 26
वार्ड के लोग खुद के पैसे से सड़क
की मरम्मती कराते -कराते थक
गये. वार्ड पार्षद स्थानीय लोगों की समस्या पर गंभीर नहीं है. अब तो वार्ड में झांकने तक नहीं आते. इस बरसात में छह ट्रैक्टर छाई गिरायी गयी तो लोगों के आवागमन का
रास्ता ठीक हुआ. बरसात में बहुत परेशानी है. जनप्रतिनिधियों को इसकी फिक्र नहीं.
टुनु कुमार गुप्ता, निवासी वार्ड 26

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें