गोह : एक तरफ हैदराबाद और उन्नाव की घटना से देश में आक्रोश है. निर्भया के आरोपितों को फांसी दिये जाने को लेकर राजधानी दिल्ली में आंदोलन का दौर चल रहा है तो दूसरी तरफ इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों की सेहत पर असर तक नहीं पड़ रहा है. लगातार सामाजिक बहिष्कार और जागरूकता के बाद भी अगर इस तरह की घटना पर रोक नहीं लगी, तो फिर ऐसे लोगों का अंजाम क्या होगा समझा जा सकता है. देवकुंड थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार की शाम एक सात वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास किया गया.
गुरुवार को पीड़िता की तहरीर पर देवकुंड के ही एक युवक के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए त्वरित कार्रवाई की और आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया . वहीं, नाबालिग का बयान भी न्यायालय में भेजा गया है. मिली जानकारी के अनुसार उक्त बालिका चयवनाश्रम खेल मैदान में हो रहे मैच को देखने गये अपने भाई को खोजते हुए जा रही थी, उसी वक्त देवकुंड निवासी बिपिन कुमार उर्फ रिपु बहादुर वहां पहुंचा और भाई के पास पहुंचाने की बात कह कर उसे झाड़ी में ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास करने लगा.
जब बच्ची के चिलाने की आवाज मैच देख रहे कुछ लोगों के कान में गयी, तो झाड़ी की तरफ वे लोग गये, तो वहां दृश्य देख सन्न रह गए. मौजूद लोगों ने आरोपित युवक को पकड़कर अंधाधुन धुनाई की. हालांकि अंधेरा का फायदा उठाकर आरोपित फरार हो गया. इधर जब नाबालिग को ग्रामीणों ने घर पहुंचाया, तो उसने अपनी मां को आपबीती सुनाई. इसके बाद परिजनों ने पीड़ित बच्ची के साथ गुरुवार को देवकुंड थाना में पहुंचकर लिखित आवेदन दिया .थानाध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता के बयान पर पाक्सो एक्ट की धारा 8,12 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.