आईईडी, विस्फोटक, नक्सली वर्दी व बंदूक बरामद
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पुलिस को उड़ाने की नक्सली साजिश नाकाम
आईईडी, विस्फोटक, नक्सली वर्दी व बंदूक बरामद गश्ती दल को नुकसान पहुंचाने की मंशा से नक्सलियों ने प्लांट किया था आईईडी कुटुंबा/नवीनगर : नवीनगर प्रखंड के नक्सलग्रस्त टंडवा थाना क्षेत्र स्थित ढलकाही पहाड़ी के पास से एसएसबी के जवानों ने नक्सलियों द्वारा छिपाये गये आईईडी, विस्फोटक तार व हथियार सर्च अभियान के दौरान बरामद किये […]
गश्ती दल को नुकसान पहुंचाने की मंशा से नक्सलियों ने प्लांट किया था आईईडी
कुटुंबा/नवीनगर : नवीनगर प्रखंड के नक्सलग्रस्त टंडवा थाना क्षेत्र स्थित ढलकाही पहाड़ी के पास से एसएसबी के जवानों ने नक्सलियों द्वारा छिपाये गये आईईडी, विस्फोटक तार व हथियार सर्च अभियान के दौरान बरामद किये हैं. एसएसबी 29वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट मुकेश कुमार को गुप्त सूचना मिली कि पहाड़ी के पास नक्सलियों ने हथियार छिपा कर रखे हैं. सूचना के आधार पर एसएसबी की टीम सर्च अभियान में लग गयी. इस दौरान खोजी कुत्ते का भी सहारा लिया गया. पूरे मामले की जानकारी एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह को दी गयी. कुछ ही देर में एएसपी पहुंचे और इलाके को घेर कर सर्च अभियान तेज कर दिया.
एएसपी ने बताया कि ढलकाही पहाड़ी से दो किलो का एक आईईडी, एक रेगुलर राइफल, तीन नक्सली वर्दी, बेल्ट और विस्फोटक तार बरामद किये गये हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने की मंशा से नक्सलियों ने बम रखा था और वे इस ताक में थे कि कब हमला किया जाये. लेकिन, नक्सलियों के मंसूबे पर पुलिस ने पानी फेर दिया. गौरतलब है कि जिस जगह से हथियार बरामद हुए हैं, वह पूर्णत: नक्सलग्रस्त है. अक्सर नक्सली यहां अपनी योजना को अंजाम देते रहे हैं. सर्च अभियान में टंडवा थानाध्यक्ष सौरभ कुमार के साथ-साथ अन्य जवान मौजूद थे. पता चला है कि बरामद बम को पुलिस टंडवा थाना ले गयी है, जहां उसे सुरक्षित रखा गया है.
सर्च ऑपरेशन चलाना है कठिन कार्य : उक्त पहाड़ी में सर्च ऑपरेशन चलाना काफी कठिन कार्य है. पूरा क्षेत्र पहाड़ी व झाड़ियों से घिरा है. कभी इस इलाके में नक्सलियों की समानांतर सरकार चलती थी. कई बार नक्सली बड़ी घटना काे अंजाम देकर इस पहाड़ी के रास्ते झारखंड से लेकर छत्तीसगढ़ तक निकल गये हैं. हालांकि, काला पहाड़ी में एसएसबी का कैंप स्थापित किये जाने के बाद नक्सली वारदात में कमी आयी है. इसके पहले पास के लोहड़िया पहाड़ी से एसएसबी ने पांच किलो का आईईडी, एक राइफल व वर्दी आदि सामान बरामद किया था.
पुलिस को नुकसान पहुंचाते रहे हैं नक्सली : कुटुंबा विधानसभा का टंडवा इलाका हमेशा नक्सलियों के निशाने पर रहा है. पहाड़ी, नदी-नाले और ऊबड़-खाबड़ सड़क व झारखंड से सटे होने के कारण नक्सली सहजता से अपनी पैठ बनाते रहे हैं. यह संयोग ही है कि पुलिस उनकी योजना पर पानी फेर दे रही है. 2013 में तीन दिसंबर को नक्सलियों ने टंडवा पुलिस जीप को निशाना बनाया था. पुलिस नवीनगर में हुई क्राइम मीटिंग के बाद टंडवा लौट रही थी. इस दौरान रघुनाथगंज के पास सड़क पर बम लगा कर विस्फोट कर जीप को उड़ा दिया गया था.
बम इतना शक्तिशाली था कि जीप के परखचे उड़ गये थे. इस घटना में तत्कालीन टंडवा थानाध्यक्ष अजय कुमार समेत आठ पुलिस जवान शहीद हो गये थे. इसके पहले नक्सलियों ने पीएनबी की टंडवा शाखा पर हमला बोल कर सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी. वैसे एमसीसी व टीपीसी के वर्चस्व की लड़ाई में दर्जनों लोगों की जानें गयी हैं.
आईईडी से कम खतरनाक नहीं है कोडेक्स तार : कमांडेंट : एसएसबी-बी 29वीं बटालियन काला पहाड़ी के सहायक कमांडेंट मुकेश कुमार ने बताया कि बरामद किया गया आईईडी काफी शक्तिशाली है, जिससे भारी तबाही मचायी जा सकती थी. उन्होंने कोडेक्स तार के संबंध में बताया कि यह तार माइंस बिछाने के काम आता है. नक्सली इस तार को पुल-पुलिया उड़ाने,
बड़े भवन को ध्वस्त करने के प्रयोग में लाते हैं. नक्सली इसे बिछा कर पुलिस को नुकसान भी पहुंचाते हैं. इस तार में बारूद भरा रहता है. यह काफी शक्तिशाली होता है. एक मीटर कोडेक्स तार का टुकड़ा विशाल वृक्ष को धराशायी कर सकता है. उन्होंने बताया कि यह तार पहाड़ से पत्थर तोड़ने में प्रयुक्त होता है. यह तार आम लोगों के पास नहीं होता है. खुले बाजार में इसकी बिक्री पर प्रतिबंध है.
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