औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद में ओबरा थाना क्षेत्र के छोटकी कदियाही गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को अचानक सकते में ला दिया. यूं कहे कि चंद मिनट में पूरे गांव के साथ-साथ आसपास के इलाके में सनसनी फैल गयी. एक दादा ने अपने ही तीन वर्षीय पोती रिया कुमारी को छत से फेंककर मार डाला. इस मामले में रिया की चाची रीना देवी की भी संलिप्पता बतायी जा रही है. वैसे पुलिस ने शक के आधार पर दादा सुभाष मेहता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. घटना शनिवार की सुबह की है. जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त रिया की मां कंचन देवी खेत में फसल काटने गयी हुई थी.
जानकारी के अनुसार कंचन देवी शुक्रवार की रात अपनी बेटी और छह वर्षीय बेटा आर्यन के साथ छत पर सोयी हुई थी. सुबह-सुबह दोनों बच्चों को छत पर ही छोड़कर फसल काटने बधार में चली गयी. इसी बीच कंचन का ससुर व रिया का दादा सुभाष मेहता खेत पर पहुंचा और कंचन को बताया कि तुम्हारी बेटी का बुरा हश्र हुआ है. कंचन दौड़ कर घर गयी और पहले छत पर देखा तो रिया नहीं थी. फिर जब वह घर के कमरे में गयी तो रिया खून से लथपथ जख्मी हालत में पड़ी हुई थी. मां कंचन गांव के ही निजी डॉक्टर के पास बेटी को ले गयी, लेकिन उस डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
धीरे-धीरे यह मामला चारों तरफ फैल गया. सूचना पर ओबरा थाना की पुलिस पहुंची और छानबीन करते हुए दादा सुभाष मेहता को हिरासत में लिया. मृतका का मामा व फदरपुर गांव के लवकेश कुमार ने पुलिस को बताया कि सुभाष मेहता और चाची रीना देवी पहले भी बच्चों के साथ मारपीट करते थे. इन दोनों ने ही मिलकर रिया की हत्या की. इधर, एसडीपीओ संजय कुमार, थानाध्यक्ष हरेंद्र कुमार ने काफी देर तक घरवालों से पूछताछ की. एसडीपीओ ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है.
शव को दफनाने की चल रही थी तैयारी
रिया की हत्या के बाद दादा सुभाष मेहता शव को दफनाने की तैयारी कर रहा था, इसी बीच किसी तरह सूचना पाकर मृतका के मामा लवकेश कुमार गांव पहुंच गया और फिर मामले की सूचना पुलिस को दी. कुछ ही देर में ओबरा पुलिस पहुंच गयी और फिर शव दफनाने की कोशिश नाकाम हो गयी.

