अरवल (ग्रामीण) : समाहरणालय सभा कक्ष में जिला आपदा प्रबंधन की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता डीएम आलोक रंजन घोष ने की. बैठक में संभावित बाढ़ से निबटने के लिए तैयारियों पर विशेष रूप से सभी विभागों को निर्देश दिया गया. सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा पोषक क्षेत्र में गर्भवती, पेंशनर, विकलांग, बच्चा,
वृद्धों की सूची तैयार कर एक सप्ताह के अंदर सीओ के पास जमा करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा पोषक क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता, पंचायत प्रतिनिधियों को मोबाइल नंबर संग्रह करने को कहा गया. शिक्षा विभाग को सभी स्कूलों में एमडीएम का खाद्यान्न उपलब्ध रखने को कहा गया. शिक्षा विभाग को बाढ़ के दौरान पीड़ित परिवार को रखने के लिए मॉडम स्कूलों के साथ अन्य स्कूलों का चयन कर सूची आपदा को देने को कहा गया. बैठक में उन्होंने बाढ़ के दौरान डूबने वालों व्यक्ति के संबंध में पुलिस को एफआइआर करने तथा आपदा को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाढ़ निर्धारित मुआवजा राशि 24 घंटे के अंदर भुगतान करने को कहा.
मुआवजा भुगतान के पूर्व एपीएल, बीपीएल एवं उम्र की जांच करने को कहा. उन्होंने सभी प्रखंड के नाजिर को कम-से-कम 20 हजार हमेशा उपलब्ध रखने का निर्देश दिया. जिले में सरकारी नाव की जानकारी ली गयी. कुर्था, करपी को अतिरिक्त नाव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया, जबकि अरवल को एक तथा कलेर को दो नाव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. कलेर के सीओ को समिति बना कर नाव समिति को सुपुर्द करने को कहा गया. जिला पशुपालन को पशुओं के लिए चारा की व्यवस्था करने का तथा सिविल सर्जन को जीवन रक्षक दवा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया.
आपदा को महाजाल खरीद करने को कहा गया. राहत केंद्र पर जेनेरेटर सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया. चूड़ा, सत्तू के लिए सभी बीडीओ को स्थानीय बाजार के दुकानदारों के साथ बैठक कर व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया. दूसरी ओर सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी. समीक्षा के दौरान सभी विभागीय पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया.