करपी(अरवल) : बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर मंगलवार को संघ से जुड़े शिक्षकों ने प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. इसके पूर्व जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान महासचिव गिरजेश कुमार के नेतृत्व में शिक्षकों ने प्रखंड संसाधन केंद्र से आक्रोशपूर्ण जुलूस निकाला. जुलूस में शामिल शिक्षकों ने सामान्य कार्य के लिये सामान वेतन की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. जुलूस प्रखंड कार्यालय में जाकर सभा के रूप में तब्दील हो गयी.
सभा को संबोधित करते हुए संघ के प्रधान महासचिव ने कहा कि मध्याह्न भोजन की सामग्री विद्यालयों को तौल कर नहीं दिया गया और अधिकारियों की वसूली पर रोक नही लगाई गई तो अगले एक महीने के बाद मध्याह्न भोजन बंद करने की निर्णय लेने को बाध्य होना पड़ेगा. पांच अगस्त को बिहार के 38 जिला मुख्यालयों पर शिक्षक धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को डीएम एवं कमिश्नर को समर्पित करेंगे. उन्होंने कहा कि सामान काम के लिये सामान वेतन संघ की प्रमुख मांगों में शामिल है
और इसे सरकार को देना ही होगा. ऐसे आंदोलनों के बाद भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया जायेगा. इसके बाद प्रखंड कार्यालय को 13 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया. धरना प्रदर्शन में राजू रंजन प्रकाश, युगल किशोर, यशवंत सिंह, ब्रजेश कुमार, मनीष कुमार निराला समेत दर्जनों शिक्षक शामिल थे.
करपी(अरवल) : बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर मंगलवार को संघ से जुड़े शिक्षकों ने प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. इसके पूर्व जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान महासचिव गिरजेश कुमार के नेतृत्व में शिक्षकों ने प्रखंड संसाधन केंद्र से आक्रोशपूर्ण जुलूस निकाला. जुलूस में शामिल शिक्षकों ने सामान्य कार्य के लिये सामान वेतन की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. जुलूस प्रखंड कार्यालय में जाकर सभा के रूप में तब्दील हो गयी.
सभा को संबोधित करते हुए संघ के प्रधान महासचिव ने कहा कि मध्याह्न भोजन की सामग्री विद्यालयों को तौल कर नहीं दिया गया और अधिकारियों की वसूली पर रोक नही लगाई गई तो अगले एक महीने के बाद मध्याह्न भोजन बंद करने की निर्णय लेने को बाध्य होना पड़ेगा. पांच अगस्त को बिहार के 38 जिला मुख्यालयों पर शिक्षक धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को डीएम एवं कमिश्नर को समर्पित करेंगे. उन्होंने कहा कि सामान काम के लिये सामान वेतन संघ की प्रमुख मांगों में शामिल है और
इसे सरकार को देना ही होगा. ऐसे आंदोलनों के बाद भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया जायेगा. इसके बाद प्रखंड कार्यालय को 13 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया. धरना प्रदर्शन में राजू रंजन प्रकाश, युगल किशोर, यशवंत सिंह, ब्रजेश कुमार, मनीष कुमार निराला समेत दर्जनों शिक्षक शामिल थे.
अरवल ग्रामीण : प्राथमिक शिक्षक संघ की तेरह सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी के समक्ष प्रतिनिधिमंडल ने मांग पत्र सौंपा. बताया गया है कि बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ बार-बार समारपत्र सौंप कर अपनी न्यायोचित मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराता रहा है. किन्तु इन मांगों की पूर्ति की दिशा में सरकार द्वारा कोई कारगर कार्रवाई नहीं की गयी. यही कारण है कि शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है. दिये गये ज्ञापन में सांतवे वेतन आयोग की अनुशंसा को केंद्र की भांति 01 जनवरी 16 से लागू करने, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में समान काम के लिए समान वेतन, पुरानी पेंशन योजना को चालू करने व नयी पेंशन योजना को बंद करने सहित तेरह सूत्री मांगों को रखा गया. इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष विजय कुमार के अलावा दर्जनों शिक्षक नेता मौजूद थे. वहीं मोदनगंज में बिहार राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले प्रखंड क्षेत्र के शिक्षकों ने 15 सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया एवं स्मार पत्र प्रखंड कार्यालय को सौंपी.
प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों में अवकाश प्राप्त शिक्षक रधुवंशी सिंह,विभेति भूषण शंकर, राखी कुमारी,नीलमणी दिवाकर जयप्रकाश नारायण,अवधेश प्रसाद,जमील अख्तर, योगेंद्र प्रसाद, सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे.