अरवल : जिला क्षेत्र के धान क्रय केंद्र पर वर्तमान समय में सन्नाटा पसरा हुआ है. धान खरीद के लिए 15 नवंबर से अधिसूचना जारी की गयी है, लेकिन धान खरीद के लिए विभागीय स्तर पर किसी भी तरह की तैयारी अभी धरातल पर नहीं दिख रही है. विभागीय स्तर पर धान खरीद के लिए निर्धारित राशि भी पैक्स अध्यक्षों को नहीं उपलब्ध करायी गयी है. विभाग द्वारा टास्क फोर्स की बैठक भी नहीं की गयी है. बिहार सरकार द्वारा धान खरीद के लिए 15 नवंबर की तिथि घोषित की गयी है,
लेकिन इस दिशा में धरातल पर कोई भी कार्य नहीं दिख रहा है.
जानकारी के अनुसार अभी तक मिलरों के साथ एकरारनामा भी नहीं कराया गया है. जो धान खरीद के लिए एक बहुत बड़ी बाधा तत्काल दिख रही है. पिछले वर्ष धान अधिप्राप्ति के लिए 68 पैक्सों में से 66 पैक्स को अधिकृत किया गया था और इसके साथ दो व्यापार मंडल को भी धान अधिप्राप्ति के लिए अधिकृत किया गया था.
इन क्रय केंद्रों के माध्यम से 40 हजार मीटरिक टन लक्ष्य रखा गया था. लक्ष्य के प्राप्ति के लिए धान क्रय के लिए अनेकों बार तिथि भी बढ़ायी गयी थी. वर्तमान समय में किसी भी पैक्स अध्यक्ष व किसान भी ओह-पोह की स्थिति में है. सरकार ने इस वर्ष धान का समर्थन मूल्य ए ग्रेड के लिए 1590 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, लेकिन अभी तक विभाग और पैक्स द्वारा धान अधिप्राप्ति के क्षेत्र में कोई कारगार कदम नहीं उठाये जाने से किसानों में असंतोष व्याप्त है. किसान भोला कुमार सिंह बताते हैं कि छोटे-मंझोले किसानों का धान की कटाई करीब-करीब में पहुंच गयी है और धान की धवनी-पीटनी का भी कार्य तेजी से किया जा रहा है. वहीं पैक्स अध्यक्ष दिलीप कुमार का कहना है कि अभी तक विभाग द्वारा धान क्रय करने के लिए उचित दिशा-निर्देश दिया गया है. राशि उपलब्ध नहीं करायी गयी है जिसके कारण धान क्रय के लिए अभी तक क्रय नहीं खोला गया है.