अरवल : समाहरणालय के सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी सतीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई. इसमें ताजिया पहलाम व मूर्ति विसर्जन के दौरान उत्पन्न विवाद को निबटाने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गयी. उपद्रवी तत्वों पर नियंत्रण रखने के लिए शांति समिति के सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गयी. बैठक को संबोधित करते हुए मगध प्रमंडल आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि पिछले दो दिनों से घटित घटनाओं की जानकारी प्रशासन ने इकट्ठा कर ली है.
इसमें से लिप्त सभी लोगों को धारा 153ए के तहत हर हाल में जेल भेजा जायेगा. इस दौरान शांति समिति के सदस्यों द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि जिन पूजा समिति व ताजिया अखाड़े के कारण इस तरह का विवाद उत्पन्न हुआ है, उनकी अनुज्ञप्ति हर हाल में रद्द की जायेगी. वहीं, कानून के उल्लंघन करने वाले व कानून को अपने हाथों में लेने वालों को हर हाल में बख्शा नहीं जायेगा.
आनेवाले समय में किसी भी पूजा पंडाल या मुहर्रम के जुलूस में लाठी-डंडा व किसी भी प्रकार के हथियार लेकर प्रदर्शन करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया. मुख्यालय लगाने का प्रस्ताव पारित को हटाने की अपील शांति समिति के लोगों द्वारा किया गया. जिस पर विचार करने की बाद पदाधिकारियों द्वारा किया गया. शाही मुहल्ला व पुरानी अरवल में रहने वाले दोनों समुदायों के लोगों को शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गयी. बैठक के दौरान दोनों समुदायों के लोगों को हर हाल में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए हर हाल में जिम्मेदारी लेने को कहा गया. ताजिया व मूर्ति विसर्जन के दौरान जो भी घटनाएं घटित हुईं, उसे भूल कर आपस में सौहार्द बनाने के लिए अपील की. बैठक में एसपी दिलीप कुमार मिश्र, एसडीओ यशपाल मीणा, डीएसपी शैलेंद्र कुमार, रालोसपा जिलाध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव, पप्पू वर्मा के अलावा अन्य कई लोग मौजूद थे.