अरवल (ग्रामीण) : जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष के सम्मान में सोमवार की देर शाम जिला अतिथि गृह में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर अपने संबोधन में स्थानांतरित डीएम ने कहा कि इसके पहले मैं पशुपालन विभाग में था. डीएम के रूप में मेरा पदस्थापन अरवल में सर्वप्रथम हुआ है. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने जो मान-सम्मान दिया है उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा. अरवल पुन: आने के लिए आयुक्त बनने के समय का इंतजार नहीं करूंगा.
जब इच्छा होगी मैं पुन: यहां चला आऊंगा. मैं कहीं भी रहूंगा मेरी आत्मा का एक अंश अरवल में रहेगा. इस दौरान उन्हाेंने टीम भावना से कार्य करने के लिए पदाधिकारी व कर्मियों को भी सराहा. उन्होंने कहा कि मेरा प्रथम योगदान अरवल जिले में हुआ है इसलिए यह मेरा पैतृक जिला भी बना रहेगा. इस दौरान उन्होंने मीडिया से मिले फीडबैक से विकास की गति में तेजी के लिए मीडियाकर्मियों को धन्यवाद भी दिया. स्थानीय विधायक रविंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि डीएम का व्यवहार कुशल, कर्मठ एवं गरीबों के प्रति अत्यंत ही संवेदनशील रहा है.
जनता दरबार बंद होने के बावजूद प्रतिदिन काफी लोगों से मिलते थे व उनकी समस्याओं का निराकरण करते थे. एसपी दिलीप कुमार मिश्र ने कहा कि घोष साहब ने एक लोकप्रिय डीएम के रूप में कार्य किया है जिसे सभी लोगों को अपनाने की जरूरत है. जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि डीएम हमेशा सुख-दुख में साथ रहते थे. विदाई समारोह में जदयू जिलाध्यक्ष जितेंद्र पटेल, वरीय पत्रकार भुवनेश्वर कुमार सिंह, राजद नेता रामकेवल, मास्टर अनिल राय के अलावा अन्य पदाधिकारियों ने अपना उद्गार व्यक्त किया.