अरवल (ग्रामीण) : जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में बकरीद, दुर्गापूजा पर्वों को आपसी सौहार्द के साथ मनाने को लेकर शांति समिति की बैठक की गयी. इस दौरान डीएम ने विभिन्न क्षेत्रों से आये प्रतिनिधियों से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि समाज के स्वच्छ व सम्मानित नागरिकों को शांति समिति […]
अरवल (ग्रामीण) : जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभाकक्ष में बकरीद, दुर्गापूजा पर्वों को आपसी सौहार्द के साथ मनाने को लेकर शांति समिति की बैठक की गयी. इस दौरान डीएम ने विभिन्न क्षेत्रों से आये प्रतिनिधियों से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि समाज के स्वच्छ व सम्मानित नागरिकों को शांति समिति की बैठक में स्थान देने और छोटी-छोटी घटनाओं को शांति समिति व आपसी समन्वय से टाला जा सकता है.
बैठक के दौरान प्रखंड स्तर पर शांति समिति का गठन करने का निर्देश दिया गया. एसपी दिलीप कुमार मिश्र ने सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र के बीडीओ से समन्वय स्थापित कर शांति बहाल करने में सहयोग करने को कहा. उन्होंने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने व अफवाह को प्रशासन तक अविलंब पहुंचाने का निर्देश दिया. साथ ही सभी थानाध्यक्षों को अपने क्षेत्र के असामाजिक तत्वों एवं संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखते हुए धारा 107 के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
बैठक में एसडीओ, डीएसपी, डीपीआरओ, मुखिया संघ, जिलाध्यक्ष अभिषेक रंजन, सभी थानाध्यक्ष, बीडीओ, सीओ के अलावा काफी संख्या में जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
मां दुर्गा पूजा समिति का हुआ पुनर्गठन : करपी. मुख्यालय स्थित बाजार में मंगलवार को मां दुर्गा पूजा समिति की बैठक कर समिति का पुनर्गठन किया गया. सर्वसम्मति से डाॅ ज्योति प्रसाद को अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद गांधी को कोषाध्यक्ष, रितेश कुमार गुप्ता, शंकर खत्री एवं संजीत विश्वकर्मा को उपाध्यक्ष, पिंटू कुमार को सचिव बनाया गया़.
चिंटू कुमार,शंकर प्रसाद गुप्ता एवं राकेश कुमार को उपसचिव जबकि सोहराई श्रीवास्तव को समिति का संरक्षक बनाया गया. इसके अतिरिक्त जीतू कुमार, विकास कुमार, मुन्ना कुमार समेत आधे दर्जन युवाओं को सदस्य के रूप में रखा गया है. समिति के अध्यक्ष ने बताया कि स्थानीय मुखिया केला देवी के असामायिक निधन के कारण विजयादशमी के दिन होने वाली लंका दहन कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है. लंका दहन की जगह राम लक्ष्मण मां सीता दुर्गा काली समेत अन्य देवी देवताओं की आकर्षक झांकी निकाली जायेगी.
भव्य एवं आकर्षक पंडाल का निर्माण किया जायेगा. पंडाल के आसपास पूजा समिति के लोग एक अलग पोशाक में तैनात रहेंगे ताकि भक्तों को किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े.