अरवल ग्रामीण : रालोसपा जिला इकाई के नगर भवन में आयोजित शिक्षा सुधार सम्मेलन में केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तर बिहार में बाढ़पीड़ितों को दुख-दर्द से अवगत होने के लिए हवाई सर्वेक्षण करने एवं सर्वेक्षण बाद संबंधित पदाधिकारियों से बैठक कर बाढ़ से क्षतिपूर्ति की जानकारी लेते हुए 500 करोड़ देने की घोषणा के लिए आभार प्रकट किया. उन्होंनक कहा कि रालोसकपा का काम करने का अपना तरीका है.
रालोसपा का सिद्धांत है कि अब शिक्षा सुधार का अच्छा अवसर आया है. क्योंकि केंद्र एवं राज्य में एनडीए की सरकार बनी है. उन्होंने कहा कि शिक्षा सुधार के लिए वे हमेशा चिंतित रहे है. जिसके कारण शिक्षा सुधार के लिए कई नियम बनाए भी गए है. इस सुधार अभियान को आगे बढ़ाने का उन्होंने फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि पैसे वाले लोगों को अपने बच्चे पढ़ाने के लिए कोई दिक्कत नहीं होती है. क्योंकि वे लोग अच्छे-अच्छे स्कूलों में बच्चों को दाखिला करता है. सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उन्होंने कई कदम उठाए है. सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता को लेकर प्रधानमंत्री हमेशा चिंतित रहते है.
शिक्षा में सुधार के लिए सरकार पदाधिकारी का जिम्मेवारी बनती है . केंद्र में 6 से 14 वर्ष के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रही है. पूर्व में वर्ग 1 से 8 के बच्चों को बगैर परीक्षा दिए ही वर्ग बदला जाता था .बच्चे परीक्षा नहीं देने के कारण पढ़ाई पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते. उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था को अगले सत्र से हटा लिया गया. बच्चे को चांस देने के लिए मार्च और जून माह में परीक्षा ली जाएगी . अगर दो परीक्षा में ऐ भी परीक्षा पास कर गया तो वर्ग बदला जा सकता है. उन्होंने कहा कि शिक्षक बहाली में अप्रशिक्षित लोगों को बहाल कर ली गई है जिसके कारण शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ा है लेकिन अब अप्रशिक्षित शिक्षकों को 2019 तक ट्रेनिंग लेना आवश्यक कर दी गई है. जो शिक्षक 2019 तक ट्रनिंग कार्य पूरा नहीं करेंगे वैसे शिक्षकों को सेवा मुक्त किया जाएगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव ने की जबकि सम्मेलन को रालोसपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, प्रधान महासचिव सत्यानंद दांगी, प्रदेश उपाध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर, गोपाल शर्मा, अवध कुशवाहा, सूदर्शन कुमार सहित अन्य लोग संबोधित किया.