अरवल ग्रामीण : इंटर परीक्षा के मूल्यांकन में भारी गड़बड़ी के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोशिएशन के आह्वान पर जिले की दुकानें व वाहनों का परिचालन बंद रहा. छात्र नेताओं ने बंद के दौरान गुरुवार को मुख्यालय शहर से गुजरने वाले एनएच 98 व 110 को पूर्ण रूप से घंटों जाम कर दिया. वाहनों के आवागमन रूकने के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी तथा यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बंद को सफल बनाने के लिए छात्र संगठन आइसा,
इन्नौस के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथ में बैनर लेकर सड़क पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. आइसा के राहुल कुमार की अध्यक्षता में अरवल-जहानाबाद मोड़ पर सभा का आयोजन किया गया. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इंटर परीक्षा के मूल्यांकन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी उजागर हुई है. गड़बड़ी किये जाने के कारण छात्रों का भविष्य अंधकार में डूबा है. उनका कहना है कि मूल्यांकन का कार्य प्राथमिक व मध्य विद्यालय के शिक्षकों से करवाना उचित नहीं था. इसी का नतीजा है कि इस वर्ष का टॉपर सवालों के घेरे में आ गया है. छात्र संगठन ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि छात्र-छात्रा को एक साजिश के तहत शिक्षा से वंचित करने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने मुचकुंद दूबे द्वारा सिफारिश समान स्कूल शिक्षा प्रणाली को लागू करने की मांग सरकार एवं शिक्षा मंत्री से की. साथ ही बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को नौकरी से बरखास्त करने की मांग की तथा कॉपियों का पुर्नमूल्यांकन कर रिजल्ट प्रकाशित करने की मांग की. छात्र संगठन के उपेंद्र पासवान, रविंद्र यादव, टूना शर्मा, शोएब आलम, पूनम कुमारी समेत काफी संख्या में आइसा व इन्नौस के कार्यकर्ता शामिल थे.