आरा. महंथ महादेवानंद महिला महाविद्यालय के दर्शनशास्त्र एवं प्राकृत विभाग द्वारा बुधवार को एक विभागीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इसका विषय था, “जैनशास्त्र में दर्शन: जन-कल्याण के लिए एक अलौकिक स्थान.” सेमिनार की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. (डॉ.) नरेंद्र प्रताप पालित ने की. प्राचार्य ने कहा कि जैनशास्त्र में दर्शन का मुख्य उद्देश्य जन कल्याण है और इसका अंतिम लक्ष्य मोक्ष है, जो आत्मा की शाश्वत प्रकृति और कर्म के सिद्धांत में विश्वास के माध्यम से प्राप्त होता है. उन्होंने बताया कि यह जन्म-जन्मांतर के चक्र से मुक्ति दिलाकर एक सर्वज्ञ अवस्था तक पहुंचने में मदद करता है, जिसके लिए अहिंसा, कठोर तपस्या और आध्यात्मिक शुद्धि का पालन आवश्यक है. इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) राजीव कुमार ने कहा कि जैन दर्शन प्राचीन भारतीय दर्शन का हिस्सा है और यह अहिंसा, कर्म और आत्म-मुक्ति पर केंद्रित है. इसमें व्यक्ति अपने कर्मों का स्वयं ही कर्ता और जिम्मेदार होता है और मोक्ष पाने के लिए त्रिरत्नों सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चरित्र का पालन आवश्यक है. दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. स्मिता कुमारी ने बताया कि जैनदर्शन कर्म के आधार पर पुनर्जन्म की प्रक्रिया को समझता है और आत्मा की शाश्वतता पर विश्वास करता है. प्राकृत विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी शिल्पा ने कहा कि जैनशास्त्र का अंतिम लक्ष्य कठोर तप और आध्यात्मिक शुद्धि के माध्यम से सभी कर्म बंधनों को समाप्त कर मोक्ष प्राप्त करना है. हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. सुधा निकेतन रंजनी ने कहा कि जैनशास्त्र अलौकिक सिद्धियों को प्राप्त करने का मार्गदर्शन प्रदान करता है जिससे व्यक्ति जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्त होकर मोक्ष पा सके. सेमिनार का संचालन दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. स्मिता कुमारी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्राकृत विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी शिल्पा द्वारा प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम में छात्राओं ने सक्रिय भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किये. सर्वश्रेष्ठ आलेख प्रस्तुत करने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया गया. प्रथम स्थान मुस्कान कुमारी, द्वितीय स्थान न्यासा नारायणी और तृतीय स्थान सानिया सुल्तान ने प्राप्त किया. सेमिनार में अमरेश कुमार, डॉ. प्रीति, डॉ. अनुपमा, डॉ. विजयश्री, डॉ. कुमारी आशा सिंहा, डॉ. निवेदिता, डॉ. शिखा, डॉ. शीला और अन्य शिक्षक उपस्थित रहे. छात्राओं की सक्रिय उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी सफल बनाया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

