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जिले में तीन क्रय केंद्रों पर अबतक 74 क्विंटल धान की हुई खरीद

मंगलवार को दो और क्रय केंद्र हो जायेंगे सक्रिय

आरा.

जिले में 15 नवंबर से धान की खरीदारी शुरू हो गयी है, पर धान की फसल पूरी तरह तैयार नहीं होने के कारण अभी क्रय केंद्रों पर खरीदारी की प्रगति धीमी है. किसानों का पहुंचना नहीं हो पा रहा है. हालांकि जिला सहकारिता पदाधिकारी लवली कुमारी के अनुसार इस बार 200 क्रय केंद्रों का चयन किया गया है और तैयारी कर ली गयी है.

तीन दिनों में खरीदे गये हैं 74 क्विंटल धान

जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि 15 नवंबर से शुरू होने के बाद तीन दिन में 74 क्विंटल धान की खरीदारी की गयी है. इसमें से गड़हनी प्रखंड के कुरकुरी पैक्स में 60 क्विंटल एवं संदेश प्रखंड के चिल्हौस पैक्स में 14 क्विंटल धान की खरीदारी की गयी है.

पिछले वर्ष सक्रिय थे 190 क्रय केंद्र

पिछले वर्ष धान की खरीदारी को लेकर कुल 190 क्रय केंद्र सक्रिय थे, पर इस बार विभाग द्वारा 200 क्रय केंद्रों का चयन किया गया है, ताकि किसानों से अधिक से अधिक धान की खरीदारी की जा सके.

गड़हनी, संदेश एवं बड़हरा में सक्रिय हैं क्रय केंद्र

जिले के गड़हनी प्रखंड के कुरकुरी में संदेश प्रखंड के चिल्हौस एवं बड़हरा प्रखंड के एकौना में क्रय केंद्र सक्रिय हो गये हैं. जबकि मंगलवार को जगदीशपुर एवं चरपोखरी में एक-एक क्रय केंद्र सक्रिय हो जायेंगे.

तीनों क्रय केंद्रों को बैंक से किया गया है लिंक

जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में सक्रिय तीनों क्रय केंद्रों को बैंक से लिंक कर दिया गया है. ताकि किसानों को 24 घंटे के अंदर उनकी राशि मिल जाये, जिससे उन्हें परेशानी नहीं उठानी पड़े.

2359 निर्धारित किया गया है धान का समर्थन मूल्य

सरकार ने किसानों से धान खरीदने का समर्थन मूल्य 2359 रुपये निर्धारित किया है. इसमें नमी की स्थिति को भी देखना है. नमी अधिक होने पर धान की खरीदारी नहीं की जा सकती है.

कार्यरत हो गये हैं 165 कॉमन सर्विस सेंटर

धान की खरीदारी को लेकर विभाग द्वारा 165 कॉमन सर्विस सेंटर की शुरुआत की गयी है. यहां पर किसान इस कार्य को करा सकते हैं. इससे किसानों को सुविधा होगी.

पिछली बार खरीदे गये थे 15000 क्विंटल धान

जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि पिछली वर्ष इस समय 15000 क्विंटल धान की खरीदारी किसानों से कर ली गयी थी, पर इस बार ऐसा नहीं हो पा रहा है. इसका कारण हो सकता है. चुनाव में व्यस्तता या फिर साइक्लोन के कारण एक सप्ताह पहले ही हुई बारिश से धान के खेतों की तैयारी नहीं हो पाना.

3000 किसानों ने कराया है निबंधन

धान की बिक्री को लेकर अभी तक जिले में कुल 3000 किसानों ने ही निबंधन कराया है. फसल तैयार नहीं होना या फिर राजनीतिक कारणों से ऐसा हो सकता है. अन्यथा धान की खरीदारी में महज दो दिन रह गये हैं. इतने में काफी संख्या में किसानों ने निबंधन कराया होता.

17% नमी का है मानदंड

17 प्रतिशत नमी का मानदंड धान की खरीदारी को लेकर सरकार द्वारा रखा गया है. इतने से अधिक नमी होने पर विभाग द्वारा धान की खरीदारी नहीं की जायेगी. जबकि चावल के लिए नमी 14% तय किया गया है.

क्या कहते हैं जिला सहकारिता पदाधिकारी

धान की खरीदारी के लिए तीन क्रय केंद्र सक्रिय हो गये हैं. इन्हें बैंक से लिंक कर दिया गया है, ताकि किसानों को राशि समय पर मिल जाये. विभाग द्वारा बैनर, पोस्टर के माध्यम से प्रचार प्रसार किया गया है. गोदाम के लिए एकरारनामा बना लिया गया है, ताकि धान के भंडारण में परेशानी नहीं हो.

लवली कुमारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी

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