आरा
. अर्थ गंगा कार्यक्रम को लेकर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तत्वावधान में कृषि भवन सभागार में जैविक, प्राकृतिक खेती विषय पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी एवं जिला परियोजना पदाधिकारी, जिला गंगा समिति, नमामि गंगे अमित कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा प्राकृतिक, जैविक खेती के महत्व एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि प्राकृतिक और जैविक खेती से किसानों को ज्यादा मुनाफा होगा. वहीं, जिला परियोजना प्रबंधक, नमामि गंगे अमित कुमार द्वारा रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों एवं खरपतवारनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से एग्रो इकोलॉजी पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की गयी. सहायक निदेशक, रसायन द्वारा जिले में संचालित प्राकृतिक खेती योजना की विस्तृत जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण सह कार्यशाला में तकनीकी संसाधन सेवियों के रूप में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ सच्चिदानंद सिंह एवं डॉ अनिल कुमार यादव उपस्थित थे. डॉ सच्चिदानंद सिंह द्वारा जैविक, प्राकृतिक उत्पादों के सेवन का महत्व, जैविक खेती की आवश्यकता तथा जैविक खेती प्रारंभ करने से पूर्व की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी उपस्थित कृषकों के साथ साझा की गयी. वहीं, डॉ अनिल कुमार यादव द्वारा जैविक,प्राकृतिक खेती में प्रयुक्त इनपुट जैसे गोबर खाद, कम्पोस्ट, जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट, वर्मीवास, जीवामृत, बीजामृत आदि के उत्पादन एवं प्रयोग की विधियों पर विस्तार से जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में जिला उद्यान पदाधिकारी, सहायक निदेशक ,शष्य, प्रक्षेत्र, सहायक निदेशक ,रसायन, उप परियोजना निदेशक, आत्मा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, आरा सदर, उद्योग प्रसार पदाधिकारी, सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

