आरा. डॉ भीम सिंह भवेश का लबसना में ”इंटरेक्शन विद पद्मा अवॉर्ड” कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 100वें फाउंडेशन कोर्स 2025 बैच के भारतीय अधिकारी शामिल हुए. इन अधिकारियों में भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय वन सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय राजस्व सेवा और अन्य केंद्रीय सेवाओं के अधिकारी उपस्थित रहे. लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ भवेश ने दो सत्रों में भावी पदाधिकारियों के साथ अनुभव साझा किया. सत्र का संचालन शुभम शुक्ला ने किया. डॉ भवेश ने पिछले 22 वर्षों के सामाजिक सेवा कार्यों, चुनौतियों, समस्याओं और उपलब्धियों पर चर्चा की. उन्होंने विशेषकर मुसहर जाति की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति का उल्लेख किया और बताया कि केवल बिहार में 40.35 लाख मुसहर हैं, जिनमें से सिर्फ 98,420 लोग ही मैट्रिक पास हैं. डॉ भवेश ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य 2047 तक भारत को विश्व की बेहतरीन अर्थव्यवस्था बनाना है, इसलिए समाज के हाशिये पर पड़े वर्ग को पीछे नहीं छोड़ना चाहिए. उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से संवेदनशीलता के साथ समाज के जरूरतमंद और वंचित वर्ग की सेवा करने का आग्रह किया. इस दौरान अकादमी के निदेशक श्रीराम तरिणीकांति (आइएएस) और उप निदेशक राजेश मीणा (आइएएस) ने डॉ भवेश को समाज सेवा में निरंतर योगदान देने के लिए शुभकामनाएं दीं. डॉ भवेश को 2025 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था और प्रधानमंत्री के ”मन की बात” के 110वें एपिसोड में मुसहर जाति के विकास के लिए उनके कार्यों का उल्लेख किया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

