आरा. अब मौसम ने करवट ले ली है. पछुआ दिशा से चल रही ठंडी और सूखी हवाओं ने तापमान में गिरावट ला दी है. जिले में फिलहाल अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 7-10 दिनों तक दिन का तापमान लगभग 26 डिग्री और रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. सुबह के समय कई स्थानों पर हल्का कोहरा छाया रहा. लोग मफलर और स्वेटर में नजर आये. ग्रामीण इलाकों में सुबह लोग अलाव तापते दिखे. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक हवा की दिशा पश्चिमी बनी रहने से नमी घटेगी और वातावरण शुष्क रहेगा. यह स्थिति त्वचा और श्वसन रोगियों के लिए परेशानी बढ़ा सकती है.
खेती पर पड़ेगा मिश्रित असर :
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार यह मौसम खेती के लिए मिश्रित प्रभाव वाला है. फसलों को अत्यधिक नमी से राहत मिली है, लेकिन रात का तापमान गिरने से सब्जियों और फूलदार पौधों की वृद्धि प्रभावित हो सकती है. किसान फसलों को ओस और ठंडी हवा से बचाने के उपाय करें.स्वास्थ्य पर बढ़ा असर :
ठंड के इस शुरुआती दौर में स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ने लगी हैं. सदर अस्पताल और निजी क्लिनिकों में खांसी, सांस फूलना, सीने में जकड़न और एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ी है. डॉक्टरों का कहना है कि ठंडी और सूखी हवा सांस की नलियों को सिकोड़ देती है, जिससे अस्थमा और हृदय रोगियों को परेशानी हो सकती है. चिकित्सक ने बताया कि ठंडी हवा से बचें. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सुबह और देर शाम अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

