आरा. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट गांव के पास कसाप निवासी मिठाई दुकानदार प्रमोद महतो और उनके बेटे प्रियांशु कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने एक अहम सफलता हासिल की है. गजराजगंज ओपी क्षेत्र के कारीसाथ गांव निवासी शूटर अशोक सिंह को आरा कोर्ट के पास से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में अशोक ने हत्या के रहस्य से पर्दा उठाया और बताया कि द्वारिका शर्मा ने हत्या के लिए उसे सूरज कुमार को हायर करने के लिए कहा था. अशोक सिंह के अनुसार, हत्या के लिए द्वारिका शर्मा ने चार लाख रुपये की सुपारी दी थी, जिसमें अशोक और सूरज को दो-दो लाख रुपए मिलने थे. सूरज को एडवांस के तौर पर एक लाख रुपये भी दिये गये थे. पुलिस अशोक सिंह के इशारे पर हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी के प्रयास में जुटी हुई है. पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड में शुरू में मुख्य साजिशकर्ता द्वारिका शर्मा का नाम सामने आया था. 30 अक्तूबर की शाम उदवंतनगर क्षेत्र के पियनिया में मिठाई व्यवसायी प्रमोद महतो और उनके बेटे प्रियांशु को पैसे के लेन-देन के बहाने बुलाया गया. इसके बाद दोनों को गोली मारकर हत्या कर दी गयी. उनके शव 31 अक्तूबर की सुबह बेलघाट गांव के पास बरामद हुए. पुलिस ने शुरुआती जांच में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, लेकिन पड़ोसी द्वारिका शर्मा की संलिप्तता उजागर होने पर उसे गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में द्वारिका शर्मा ने सूरज कुमार को निशानदेही कर दी. सूरज की गिरफ्तारी के बाद अशोक सिंह का नाम सामने आया. थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि द्वारिका शर्मा ने लंबे समय से प्रमोद महतो की हत्या की योजना बनायी थी और दबाव डालकर अशोक और सूरज को इसमें शामिल कराया. पुलिस अब हत्या कांड में इस्तेमाल हथियार और अन्य सबूतों की बरामदगी की कार्रवाई कर रही है. अशोक सिंह और सूरज कुमार के माध्यम से पुलिस मामले के अन्य साजिशकर्ताओं तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. इस गिरफ्तारी से हत्या कांड के पूरे रहस्य के खुलासे की उम्मीद जतायी जा रही है. इस घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी थी और स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है.
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