भंगही तीन माइल चौक से मवि भोड़हर तक की जर्जर सड़क से परेशान हैं लोग अररिया/नरपतगंज. ग्रामीणों में आक्रोश है, रोड नहीं, तो वोट नहीं के नारों के साथ स्थानीय विधायक व सांसद से नाराज जनता ने अपनी आवाज बुलंद की है. भंगही तीन माइल चौक से मध्य विद्यालय भोड़हर तक की सड़क वर्षों से जर्जर व बदहाल है. यह सड़क नहीं, कोसी बेराज है, जहां हर दिन पानी व कीचड़ जमा रहता है. विद्यालय के बच्चे मजबूर हैं इस कीचड़ भरे रास्ते से गुजरने को. आखिर इन बच्चों का क्या दोष. कार्यकारी एजेंसी ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल, फारबिसगंज ने नरपतगंज प्रखंड में ऐसे सड़क निर्माण कार्य कराए हैं जो जनता को लाभ नहीं पहुंचाते. मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत भी ऐसे सड़क निर्माण हुये हैं. जहां यातायात नहीं है. यह दर्शाता है कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही तरीके से नहीं मिल रहा है.भंगही तीन माइल चौक से मध्य विद्यालय भोड़हर तक की सड़क का बदहाल होना कई सवाल खड़े करता है. आखिर क्यों नहीं बन पा रही है यह सड़क. क्या पढ़ने वाले बच्चों का दोष है. नहीं, यह दोष है व्यवस्था का, जो गुणवत्ता व जरूरतों को अनदेखा कर रही है. कार्यकारी एजेंसी व ग्रामीण कार्य विभाग की लापरवाही से जनता परेशान हैं. अजब-गजब संवेदक व अजब-गजब रोड की कहानी पुरानी है, जहां महीने भर में टूट जाता है रोड. गुणवत्ता की अनदेखी व जल्दबाजी में निर्माण से जनता परेशान है, अधिकारी मौन हैं. समय आ गया है बदलाव की, सड़कों का कायाकल्प करने का व बिहार को विकास की राह पर आगे बढ़ाने का. आखिर कब तक सुधार होगा. कब तक सड़कों का कायाकल्प होगा. जनता को जवाबदेही चाहिए, व्यवस्था में पारदर्शिता व जवाबदेही की जरूरत है. बिहार का विकास कहां है. कहावत सही है. बिहार में बहार बा नीतीशे कुमार बा. सत्ता बदलते ही विकास की दिशा भी बदल जाती है. समय आ गया है बदलाव की, सड़कों का कायाकल्प करने का और बिहार को विकास की राह पर आगे बढ़ाने का. आखिर कब तक सुधार होगा. कब तक सड़कों का कायाकल्प होगा. जनता को जवाबदेही चाहिए, व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही की जरूरत है.10
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