-1-प्रतिनिधि, अररिया अररिया के पूर्व सांसद सह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सीमांचल विकास मोर्चा के संस्थापक सरफराज आलम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वक्फ संशोधन बिल पूरी तरह मुसलमानों द्वारा वक्फ की गयी जमीन को हड़पने की साजिश है. केंद्र सरकार हमेशा कोई न कोई काला कानून लाकर मुसलमानों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की साजिश करती है. श्री आलम ने कहा यह काला कानून पूरी तरह असंवैधानिक व लोकतंत्र विरोधी है. जिसमें किसी एक खास मजहब के लोगों को परेशान करने व उनकी अपनी संपत्ति से बेदखल करने की नापाक साजिश है. जिसे किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकार जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लेती है. चरणबद्ध तरीके से विरोध जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि आगामी तीन मई को अररिया में इस बिल के खिलाफ विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, मिल्ली व सेकुलर विचारधारा के राजनीतिक दलों के द्वारा विरोध मार्च निकाला जायेगा. उस विरोध मार्च की तैयारी को लेकर 28 अप्रैल को जोकीहाट के उदाहाट हाइस्कूल मैदान में एक विशाल विरोध प्रर्दशन व बैठक की जायेगी. उन्होंने बताया कि सीमांचल विकास मोर्चा के बैनर के तहत इसका आयोजन किया जायेगा. एक सवाल के जवाब में पूर्व सांसद सरफराज आलम ने कश्मीर में हुए आतंकवादी घटना की जमकर निंदा की. कहा कि इस तरह के घटना को कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. साथ हीं सरफराज आलम ने कहा कि कश्मीर में लगातार इस तरह की घटना केंद्र सरकार की विफलता को दर्शाता है. इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद आखिर आतंकवादी कैसे इस प्रकार के बर्बरता पूर्ण घटना को अंजाम देते हैं. इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह को अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए.
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