अररिया. एक साल पूर्व रानीगंज की पचीरा पंचायत निवासी बच्चे की मां ने अपने दूध पीते बच्चे को अपने रिश्तेदार के यहां लालन पोषण के लिए सौंप दिया था. उस समय बच्चे गुफरान की उम्र करीब 1.5 वर्ष थी. इसी दौरान बाल कल्याण समिति फर फारबिसगंज को जानकारी मिली कि बच्चे को लालन पोषण के लिए नहीं, बच्चे की खरीद फरोख्त नौ हजार में की गयी है. पुनः बच्चे को बैंगलोर में बेचा जा रहा है. जानकारी मिलने के बाद बाल कल्याण समिति ने रानीगंज पुलिस को इसकी सूचना दी. रानीगंज पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर बच्चे को रेस्क्यू किया. रेस्क्यू करने के बाद बच्चे को सीडब्ल्यूसी के अधिकारी को सौंप दिया. जहां बच्चा को दत्तक गृह (पालना घर) में रखा गया. जांच प्रक्रिया पूरी होने गुरुवार को बच्चा को पुनः उसके माता पिता को सुपुर्द कर दिया गया है.
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