भरगामा. मानवीय विचारधारा के उन्नायक संत कबीर जयंती पर उन्हें ग्रामीण परिवेश के अनुयायियों व संत महात्माओं ने याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. आचार्य जय स्वरूप साहेब के सान्निध्य में सवेरे एक भव्य शोभा यात्रा भरगामा प्रखंड अंतर्गत संत कबीर आश्रम गोलहा से विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए सुकेला गांव में संत योगानंद आश्रम में झंडोत्तोलन किया. उन्होंने कहा संत कबीर के विचार आज ज्यादा प्रासंगिक हैं. क्योंकि उनका हर विचार वैज्ञानिक सोच पर आधारित अंध परंपरा के खिलाफ प्रगतिशील है. उनके मुहिम के साथ चल रहे राजस्थान से आए संत गौरव साहेब ने संत कबीर को दुनिया के एक ऐसे अद्वितीय संत बताया- जिन्होंने मेहनतकश के कर्म व पुरुषार्थ को जगा कर उन्हें कर्तव्य पथ पर खड़ा कर दिया. शनिवार सुबह से दर्जनों कबीर जागरण संस्थानों में भजन कीर्तन व प्रवचन होता रहा, सभी जगहों पर भव्य भंडारा का भी प्रबंध था. संत महेश्वरी दास, गोल्हा संत कबीर आश्रम के प्रबंधक अरुण साहेब, वीरेंद्र स्वामी, भुवनेश्वर दास, सदानंद दास ,भवानंद दास, संदेव दास, दिनेश यादव, महेंद्र मेहता, योगेंद्र यादव, देवानंद मालाकार आदि ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
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