प्रेम से बड़ा कोई मार्ग नहीं, मानव सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं :33-प्रतिनिधि,कुर्साकांटा प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत पहुंसी स्थित स्टेडियम में कबीर पंथ का तीन दिवसीय महाधिवेशन रविवार से प्रारंभ हुआ. सत्संग के उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी मुस्तफाबाद से आये मुख्य राष्ट्रीय संत असंग देवजी महाराज के सरल व सहज प्रवचन से श्रद्धालु आह्लादित हुए. सत्संग में संतों से आशीर्वचन को लेकर पहुंचे आपदा प्रबंधन मंत्री बिहार सरकार विजय कुमार मंडल पहुंचे. जहां आपदा प्रबंधन मंत्री ने संतों से आशीर्वचन प्राप्त करते हुए कहा कि संतों का समागम बहुत मुश्किल से होता है. जहां संतों का समागम होता है वहां का वातावरण जहां भक्तिमय हो जाता है. आपदा प्रबंधन मंत्री ने इस महाधिवेशन के सुंदर आयोजन को लेकर आयोजक समिति की सराहना की. इधर राष्ट्रीय संत असंग देवजी महाराज ने बताया कि प्रेम से बड़ा कोई मार्ग नहीं, मानव सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं, माता पिता से बड़ा कोई तीर्थ नहीं. संत ने बताया कि प्रभु से कामना करें कि हे प्रभु! हमें श्रद्धा दो, भाव दें, भक्ति दें, मानव सेवा की ओर प्रेरित करें. दीन हीन, जरूरतमंद की सेवा कर सकें ऐसी शक्ति दें. संत ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी आमजनों से पेड़ लगाने, वृद्ध पेड़ को ही काटने वहीं वृद्ध पेड़ की जगह नये पेड़ लगाने की बात कहीं. मौके पर मंचासिन संतों में कोल्हापुर महाराष्ट्र से शिवमुनि शास्त्री, विद्यानंद साहेब, गायक मिथिलेश साहेब, महंत रामप्रसाद साहेब, सहित आयोजक समिति के संरक्षक पूर्व मुखिया अनंत कुमार सिंह, अध्यक्ष रामप्रसाद साहेब, उप संरक्षक सह सरपंच जयकृष्ण सिंह, उपाध्यक्ष फनेश्वर दास, सचिव सुदर्शन सिंह, उप सचिव मनोज चौधरी, कोषाध्यक्ष भोला प्रसाद सिंह, उप कोषाध्यक्ष श्यामदेव सिंह, व्यवस्थापक पैक्स अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, रूपेश दास, प्रहलाद दास सहित सक्रिय सदस्यों में विभूति सिंह, अरविंद सिंह, विजय सिंह, अवधेश सिंह, बलराम सिंह सहित ग्रामीणों की भूमिका सराहनीय रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

