बथनाहा. दिवाली व काली पूजा संपन्न होने के बाद सोनापुर में मां काली की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. बुधवार देर शाम सोनापुर की पुरानी हॉट स्थित सार्वजनिक मां काली मंदिर से भव्य विसर्जन जुलूस निकाला गया. प्रतिमाओं के अंतिम दर्शन के लिए सोनापुर सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सड़क किनारे उमड़ पड़े. इस दौरान ढोल-ढाक, ताशे व पंजाबी भांगड़ा की धुन पर भक्त नाचते-गाते हुए सोनापुर बाजार से गुजरे. महिला श्रद्धालुओं ने मां काली को सिंदूर लगाकर व खोइचा भरकर भावभीनी विदाई दी. पूरे सोनापुर बाजार में जय मां काली के जयकारों से गूंज उठा. मनमोहक झांकियों व अघोड़ी डांस कलाकारों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. बाजार भ्रमण के बाद सभी प्रतिमाओं का बारी-बारी से सोनापुर की बूढ़ी नदी के जल में विसर्जित किया गया. विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं ने जय मां काली के नारे लगाये व फूलों की बारिश की. विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए बथनाहा पुलिस प्रशासन व मंदिर कमेटी के स्वयंसेवक हर स्तर पर मुस्तैद दिखे. इस अवसर पर काली पूजा समिति के अध्यक्ष ललित भगत उर्फ बबलू, धीरेंद्र साह, विश्वनाथ भगत, संजय भगत, पंकज गोस्वामी, गोविंद भगत, अनिल भगत, राहुल भगत, जितेंद्र साह, अजय साह, बसंत पंडित, पप्पू भगत, रंजीत भगत, मिथुन साह, शैलेंद्र साह सहित सैकड़ों सोनापुर निवासी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

