एसपी ने कहा, बैंक भी रखे इन खाताें पर नजर, जिनमें होता है ज्यादा लेन-देन अररिया. नगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर साइबर फ्रॉड से जुड़े दो संगठित गिरोह के आठ सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जिसमें साइबर अपराधी के पास से विविध बैंकों के कई एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, नगद राशि, एक कार व 03 बाइक के साथ कुल 08 अपराधी को गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी एसपी अंजनी कुमार ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर दी. एसपी ने बताया कि गत 06 अगस्त को नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत साइबर अपराध के एक संगठित गिरोह के सदस्यों से जुड़ी गुप्त जानकारी नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक को प्राप्त हुई. प्राप्त सूचना के अनुसार नगर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस टीम ने साइबर ठगी गिरोह के एक सदस्य पटना के बटाऊकुंआ थाना चौक निवासी मो शयान मंजर (29) पिता मो इरफान मंजर को स्थानीय काली मंदिर चौक के पीछे स्थित एसबीआइ बैंक के मुख्य ब्रांच में लगे एटीएम मशीन के पास से विविध बैंकों के चार एटीएम कार्ड, 10 हजार रुपये नकद व एक एंड्रॉयड फोन के साथ गिरफ्तार किया. हिरासत में लिए गये साइबर अपराधी ने पूछताछ में बताया गया कि साइबर ठगी के माध्यम से विविध बैंक खातों में भेजे गये रुपये की निकासी करने के लिए वह एटीएम आया हुआ था. जिसमें गत 01 सप्ताह से अररिया जिला मुख्यालय अंतर्गत जीरो माइल स्थित एक होटल में रह कर यह काम कर रहा था. गिरफ्तार अपराधी के निशानदेही पर पुलिस ने साइबर ठगी गिरोह के तीन अन्य सहयोगी अपराधी मदनपुर थाना क्षेत्र के चांदभाग वार्ड संख्या 01 निवासी मो सहमद (30) पिता मो रईश, मदनपुर निवासी वार्ड संख्या 12 निवासी अरविंद कुमार साह (28) पिता जगनारायण साह व मदनपुर चांदभाग वार्ड संख्या 01 निवासी तनवीर (33) पिता वाजूउद्दीन को जीरो माइल के पास से गिरफ्तार किया. तीनों अपराधी के पास से 03 एंड्रॉयड मोबाइल, विविध बैंकों का विविध नाम से 07 डेबिट कार्ड, 10 पासबुक, 05 चेकबुक व 01 बाइक बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों द्वारा एक मुख्य साइबर ठगी के अन्य अपराधी द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराये गये बैंक खाता में साइबर ठगी का रुपये भेजा जाता है. जिसे गिरफ्तार साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी से प्राप्त किये गये कागजात के आधार पर विविध बैंकों में खोले गये बैंक खाता में पैसा भेजा जाता था. जिसमें से गिरफ्तार अपराधियों द्वारा फ्रॉड राशि में अपना कमीशन का 08 प्रतिशत अपने पास रख कर शेष राशि मुख्य अपराधिक को सीडीएम के माध्यम से भेज दिया जाता रहा. इस गिरफ्तारी में नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक, पुअनि अमित कुमार, अमरेंद्र सिंह व राजनंदन यादव शामिल थे. एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि साइबर फ्रॉड के एक संगठित गिरोह में एक गिरफ्तारी के बाद उसके निशानदेही पर 03 अन्य सदस्य सहित कुल 04 सदस्य को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई ही थी. इसी दौरान 07 अगस्त को पुनः मिली गुप्त सूचना पर नगर थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक द्वारा साइबर ठगी गिरोह पर कार्रवाई करते हुए 04 अन्य अपराधी को नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेल के पास से 06 मोबाईल, 08 एटीएम कार्ड, 04 आधार कार्ड, 03 पैन कार्ड, 01 कार, 01 बुलेट बाइक व 01 पल्सर बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया है. सभी गिरफ्तार साइबर अपराधी द्वारा साइबर ठगी की बड़ी रकम की निकासी की गई थी. गिरफ्तार अपराधियों कुर्साकांटा थाना क्षेत्र के कमलदाहा वार्ड संख्या 02 निवासी जीशान गाजी (29) पिता मो मुर्शीद, नगर थाना क्षेत्र के काली मंदिर वार्ड संख्या 23 निवासी मो आदिल (21) पिता मो जियाउद्दीन, खरेहिया बस्ती वार्ड संख्या 13 निवासी प्रिंस झा (20) पिता कृष्णकांत झा व बैरगाछी थाना क्षेत्र के मो याहया (40) पिता मो युनुस शामिल हैं. इन 08 साइबर अपराधी के विरुद्ध नगर थाना में कांड संख्या 318/25 व 319/25 दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है. साइबर फ्रॉड अपराध से जुड़े गिरफ्तार 08 अपराधी के पास से नगर थाना पुलिस ने 25 एटीएम कार्ड, 08 बैंक पासबुक, 08 आधार कार्ड, 03 बाइक, 01 कार, 30 हजार रुपये नगद राशि सहित फर्जी गूगल पे का स्कैनर सहित एक स्कैनर रोल में दर्जनों स्कैनर बरामद किया गया है. एसपी अंजनी कुमार ने अररिया स्थित सभी बैंक के शाखा प्रबंधक से अपील की है कि किसी भी ग्राहक के खाता में भारी भरकम राशि आ रही है अथवा एक ही दिन में टुकड़े टुकड़े राशि में बार बार एटीएम द्वारा निकासी हो रही है तो इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को तुरंत दें.
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