फारबिसगंज. बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन अर्थात बीएमजीएफ केंद्रीय टीम ने मंगलवार को अनुमंडलीय अस्पताल फारबिसगंज के फाइलेरिया क्लिनिक व पैथाेलॉजी सेंटर व संपूर्ण अस्पताल परिसर का बारीकी के साथ निरीक्षण किया. बीएमजीएफ के केंद्रीय टीम में शामिल गेट फाउंडेशन दिल्ली के डॉ मानिक रिलान व पिरामल फाउंडेशन के डॉ विशाल डोगरा, प्रीति कुमारी, आनंद कश्यप, अंशु कुमार राय के साथ अनुमंडल अस्पताल पहुंच कर सबसे पहले अस्पताल परिसर में संचालित फाइलेरिया क्लिनिक का व पैथॉलाजी सेंटर का निरीक्षण किया व फाइलेरिया क्लिनिक में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों व पैथाेलॉजी सेंटर में मौजूद एलटी व स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये.वहीं सभी पदाधिकारी हरिपुर पंचायत में स्थित एचडब्लूसी पहुंच कर निरीक्षण किया. इससे पूर्व बीएमजीएफ के केंद्रीय टीम में शामिल पदाधिकारियों ने जिला भेक्टर बॉन डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह के अध्यक्षता में बैठक कर फारबिसगंज सहित संपूर्ण अररिया जिला में कालाजार कैसे समाप्त हुआ. कालाजार का उन्मूलन कैसे हुआ इस पर चर्चा करते हुए समीक्षा की. मौके पर जिला वेक्टर बॉन डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि अररिया जिले में पहले प्रतिवर्ष कालाजार का 04 हजार मामला होता था, लेकिन लगातार स्प्रे कराने के बाद कालाजार का मामला जिला में धीरे-धीरे कम होता गया. अब जिला में कालाजार का महज एक मामला है. जिले में कालाजार समाप्त हो चुका है. उन्होंने बताया कि कालाजार को समाप्त करने में पूरे भारत में अररिया जिला नंबर एक पर है. इसके लिए भारत सरकार के द्वारा अररिया जिला को 35 लाख का अवार्ड भी दिये जाने की घोषणा की गयी है. मौके पर अनुमंडलीय अस्पताल प्रबंधक डॉ आशुतोष कुमार,प्रबंधक प्रवीण कुमार,पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव कुमार बसाक,बीएचएम सईद उज्जमा,भीबीडीएस अमरेंद्र कुमार अमर, हेमंत कुमार, दीपक कुमार, प्रफुल कुमार दास, सीएचओ सीताराम, एएनएम नीलम कुमारी, हरिपुर के मुखिया परमानंद ऋषिदेव सहित अन्य मौजूद थे.
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