छपरा (सदर).
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नक्सली कांडों के अभियुक्त महेश राम को मशरक थाने के लखनौर गांव से गिरफ्तार किया. शुक्रवार की रात मढ़ौरा एसडीपीओ कुंदन कुमार के नेतृत्व में गिरफ्तारी तब हुई, जब गिरफ्तार नक्सली के घर बेटी की बरात आयी थी. पुलिस के अनुसार पानापुर थाना कांड संख्या 6/14 में तीन फरवरी 2014 को मकेर थाने के महावल गांव निवासी धर्मेद्र राम की हत्या में वांछित है. धर्मेद्र राम की प्रेम प्रसंग में किये जाने की बात बतायी जाती है. पुलिस कप्तान की माने तो उनके खिलाफ दर्ज मामलों की छानबीन व पूछताछ की जा रही है. हालांकि महेश राम की गिरफ्तारी के दौरान वहां उपस्थित उनके करीबियों द्वारा पुलिस के खिलाफ रोष भी व्यक्त किया गया, बावजूद पुलिस लेकर थाने आयी. बरात सीवान जिले से आयी थी. बाद में एसपी सुधीर कुमार सिंह ने थाना पहुंच कर जन मानस का ख्याल रखते हुए गिरफ्तार नक्सली को पुन: उसके घर लखनौर ले जाकर शादी तो करायी ही उसकी बेटी को आशीर्वाद व पंडित को दक्षिणा भी दिया. इसे लेकर आसपास के लोगों में एसपी के व्यवहार को जबरदस्त चर्चा रहा.
बेटी की शादी में शामिल होने का दिया मौका
पुलिस विभाग ने पब्लिक फ्रैंडली व मानवता का परिचय देते हुए नक्सली को उसकी बेटी की शादी में शामिल होने का मौका देकर एक मिसाल कायम किया है. इसका परिचय शुक्रवार की रात सारण के एसपी ने दिया. मामला मशरक थाने के लखनौर गांव का है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नक्सली महेश राम को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के दौरान नक्सली की बेटी की बरात दरवाजे पर आयी थी. पुलिस द्वारा नक्सली को गिरफ्तार कर थाने ले जाने के क्रम में ग्रामीण नाराज होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. किसी तरह पुलिस उसे लेकर थाने पहुंची. इसी बीच सारण के एसपी सुधीर कुमार सिंह को घटना की सूचना मिली. तत्काल वे मशरक थाने पहुंच गये. उन्होंने उपस्थित मढ़ौरा एसडीपीओ कुंदन कुमार व अन्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मानवता की के नाते नक्सली को उसकी बेटी की शादी में शामिल होने दिया जाये. ताकि उसके करीबियों की भावनाएं आहत न हो. पुलिस हिरासत में अभियुक्त को उसके घर ले जाया जाय. परंतु, नक्सली गतिविधियों व संभावित घटना की आशंका को देखते हुए पुलिस पदाधिकारी पुन: नक्सली को उसके घर ले जाने को तैयार नहीं थे. अंत में एसपी श्री सिंह खुद आगे-आगे तथा पीछे-पीछे पुलिस की गाड़ी में नक्सली को लेकर उसके घर पहुंचे. इस दौरान पूरे विधि विधान से लगभग तीन घंटे में नक्सली की बेटी की शादी एसपी की देखरेख में संपन्न हुई. यही नहीं इस दौरान श्री सिंह ने नक्सली की बेटी को कुछ नकद रुपये व अपना आशीर्वाद दिया. इसके अलावा पंडित व हजाम को भी कुछ नकद रुपये दिये. पुन: शादी समाप्त होने के बाद नक्सली को लेकर थाने चले आये. श्री सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विभागीय निर्देश व मानवता के नाते मैंने इस तरह की पहल की है. इस पूरी घटना को लेकर परिजनों ने एसपी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है. वहीं आम लोगों में इसे लेकर जबरदस्त चर्चा बनी रही.