Patna: नारायणा कैंसर सेंटर में 52 वर्षीय एक मरीज ने लंग्स कैंसर को सफलतापूर्वक मात दे दी. दरभंगा निवासी राजीव कुमार लंबे समय से लगातार खांसी, सांस फूलने और कमजोरी से परेशान थे. परिजन उन्हें स्थानीय डॉक्टर के पास ले गए. जांच में फेफड़ों में गांठ की पुष्टि होने पर उन्हें नारायणा कैंसर सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां विस्तृत जांच में फेफड़ों के कैंसर (लंग्स कैंसर) के उन्नत चरण का पता चला. प्रारंभिक चरण में उनका उपचार कीमोथेरेपी से शुरू किया गया. इसके बाद नारायणा कैंसर सेंटर में उनका एनजीएस मॉलिक्युलर टेस्ट कराया गया, जिसमें एएलके म्यूटेशन पाया गया. इस रिपोर्ट के आधार पर उनका उपचार टार्गेटेड थेरेपी से आगे बढ़ाया गया.
आज मरीज पूरी तरह स्वस्थ
नारायणा कैंसर सेंटर के निदेशक एवं पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. अभिषेक आनंद ने आधुनिक तकनीक और पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट का उपयोग करते हुए उपचार जारी रखा. कुछ ही चक्रों में ट्यूमर सिकुड़ने लगा और मरीज की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार देखा गया. आज मरीज पूरी तरह स्वस्थ हैं और फॉलो-अप रिपोर्ट में रोगमुक्त पाए गए हैं तथा सामान्य जीवन जी रहे हैं.
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फेफड़ों का कैंसर तेजी से फैलने वाली बीमारी: डॉ. आनंद
देश के जाने-माने कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद ने कहा, “फेफड़ों का कैंसर तेजी से फैलने वाली बीमारी है और अक्सर मरीजों को देर से पता चलता है. राजीव कुमार का केस चुनौतीपूर्ण था, लेकिन समय पर निदान, सही उपचार योजना और टार्गेटेड थेरेपी ने शानदार परिणाम दिए. मरीज का पूर्णतः स्वस्थ होना टीमवर्क और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की उपलब्धि है.” उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि लगातार खांसी, सांस लेने में दिक्कत, छाती में दर्द या वजन कम होने जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं. उन्होंने कहा कि शुरुआती अवस्था में कैंसर की पहचान होने पर उपचार की सफलता कई गुना बढ़ जाती है.

