पटना: भाजपा ने जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के भावी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आज आरोप लगाया कि उन्होंने पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का इस्तेमाल किया और उनका स्वाभिमान जगने पर उन्हें फेंक दिया.
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने नीतीश के पिछले लोकसभा चुनाव में जदयू की करारी हार की नैतिक जिम्मेवारी लेकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को भावना में आकर उक्त कदम उठाने की बात कर प्रदेश की जनता से उसके लिए माफी मांगने पर उन्हें वर्ष 2010 में मिले जनादेश के साथ विश्वासघात के लिए भी माफी मांगने को कहा.
उन्होंने नीतीश पर सत्ता की लालच में राजद प्रमुख लालू प्रसाद जिनके खिलाफ जनता ने उन्हें जनादेश दिया था उनसे हाथ मिला लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की जनता जान रही है कि किसने महादलित (मांझी) नेता की पीठ में छूरा मारा है.
शाहनवाज ने आरोप लगाया, ‘‘पहले नीतीश ने पद त्यागने का ढोंग रचा और मांझी को अपना उत्तराधिकारी मनोनीत करते हुए सोचा कि वे कठपुतली बने रहेंगे. लेकिन जब मांझी का स्वाभिमान जागा तो उन्हें दूध में पडी मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश ने देखा कि बिहार में क्या हुआ. नीतीश को जवाब देना होगा कि अगर उन्होंने अपने पद का त्याग किया था तो वे मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने के लिए इतने उतालवे क्यों थे.’’
शाहनवाज ने भाजपा का इस घटनाक्रम से कोई सरोकार नहीं होने का दावा करते हुए कहा, यदि विधानसभा में विश्वासमत के लिए वोट पडे होते तो पार्टी मांझी के साथ खडी होती. उन्होंने कहा कि भाजपा जदयू-राजद गठबंधन को इस वर्ष के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में पराजित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
