20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पटना ब्लास्ट की पूरी कहानी, एनआइए की जुबानी

-राजीव रंजन- पटना :पटना में हुंकार रैली के दौरान नरेंद्र मोदी पर हमले कीसाजिश हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी ने उमेर सिद्दीकी केसाथ मिल कर रची थी. हैदर अली और उसके अन्य पांचआतंकी साथियों ने भाजपा की हुंकार रैली स्थल यानी गांधीमैदान के चारों तरफ मौत की चादर बिछाने का काम कियाथा. जबकि उसके साथियों […]

-राजीव रंजन-

पटना :पटना में हुंकार रैली के दौरान नरेंद्र मोदी पर हमले कीसाजिश हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी ने उमेर सिद्दीकी केसाथ मिल कर रची थी. हैदर अली और उसके अन्य पांचआतंकी साथियों ने भाजपा की हुंकार रैली स्थल यानी गांधीमैदान के चारों तरफ मौत की चादर बिछाने का काम कियाथा.

जबकि उसके साथियों इम्तियाज अंसारी और तारिकआजम को पटना जंकशन और घनी आबादी वाले इलाकेजक्कनपुर थाना के बीच किसी ऐसे स्थान पर विस्फोटलगाने की जिम्मवेारी सौंपी गयी थी, जिसमें अधिक-सेअधिकलोगों को शिकार बनाया जा सके. हैदर और उसकेसाथियों ने अपने साथ लाये विस्फोटकों को गांधी मैदान केदक्षिणी छोर पर स्थित सुलभ शौचालय में एक्टीवेटकिया था.

इसका खुलासा पटना ब्लास्ट की जांच कर रहीजांच एजेंसी एनआइए ने पटना स्थित विशेष अदालत मेंदायर दूसरे चार्जशीट में किया है.आतंकी संगठन सिमी का बिहार व झारखंड मेंसंचालन करने वाला हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी 26अक्तूबर, 2013 की देर शाम रांची के खादगढ़ा बस अड्डेसे अपने पांच अन्य आतंकी साथियों के साथ आदित्यविजय बस सर्विस की बस से पटना पहुंचा था. हैदर केसाथ उस बस में इम्तियाज अंसारी, तारिक आजम (अबमृत), नुमान अंसारी, तौफिक अंसारी और मुजिबुल्लाहअंसारी भी थे. हैदर ने अपने छह आतंकियों के इस ग्रुप कोदो-दो आतंकियों के तीन ग्रुप में विभक्त कर दिया था.

सभीग्रुप को विस्फोटकों की जाल बिछाने के लिए अलग-अलगजिम्मेवारी सौंपी गयी थी. पहले दस्ते में पटना जंकशन परपकड़ा गया इम्तियाज अंसारी और प्लेटफार्म नंबर-10स्थित सुलभ शौचालय में विस्फोटक की जद में आकर ढेरहुआ तारिक आजम शामिल था.

इन दोनों को जिम्मेवारी दीगयी थी कि वे पटना जंकशन और जक्कनपुर थाना के बीचघनी आबादी वाले भीड़-भाड़ वाले इलाके में विस्फोटकोंको प्लांट करें. इनका उद्देश्य किसी घनी आबादी वालेइलाके में अधिक-से-अधिक मासूम लोगों को शिकारबनाना था, लेकिन पटना जंकशन पर सुलभ शौचालय मेंविस्फोटकों को एक्टीवेट करने के दौरान हुए विस्फोट मेंतारिक आजम बुरी तरह घायल हो गया.

इलाज के दौरानउसकी मौत हो गयी.दरअसल, इन दोनों आतंकियों की दाढ़ी होने केकारण उन्हें गांधी मैदान नहीं जाने दिया गया था ताकि किसीको कोई शक नहीं हो. दूसरे दस्ते में खुद हैदर और तौफिकअंसारी गांधी मैदान के दक्षिणी छोर पर एक्जीबिशन रोडकी तरफ बम प्लांट करने की जिम्मेवारी ली थी.

उन्होंनेसुलभ शौचालय में विस्फोटकों को एक्टीवेट करने के बाददक्षिणी छोर पर रैली के डायस से लेकर गांधी मैदान केबीचो-बीच अवस्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थल तककरीब आधा दर्जन विस्फोटकों को प्लांट किया था. जबकिगांधी मैदान के उत्तरी छोर पर विस्फोटकों को प्लांट करनेका काम नुमान अंसारी और मुजिबुल्लाह अंसारी ने की थी.इन आतंकियों ने हमले के लिए तैयार किये गये विस्फोटकोंको एक प्लास्टिक की थैली में लपेटकर अपने हाथ में लेरखा था.

एनआइए ने अपने चार्जशीट में दावा किया है किये आतंकी रांची से पटना पहंुचने के बाइपास के समीपपटना सेंट्रल स्कूल के पास ही बस को छोड़ दी थी औरवहां से ये पटना जंकशन स्थित जामा मसजिद पहंुचे थे.यहीं से ये तीन ग्रुप में बंट गये. हैदर ने पूछताछ में गवाह केसमक्ष यह स्वीकार किया है कि उसने गांधी मैदान में हमलाकरने से पहले खुद गांधी मैदान समेत भीड़-भाड़ वालेराजधानी के कई अन्य इलाकों की भी रेकी की थी.

मोदी पर थी आत्मघातीहमले की साजिश
आतंकी हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी ने पटना कीहुंकार रैली में नरेंद्र मोदी पर आत्मघाती हमले की साजिशरची थी. तब श्री मोदी भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद केदावेदार और गुजरात के मुख्यमंत्री थे. हैदर ने आत्मघातीहमले के लिए स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया(सिमी) के छत्तीसगढ़ में प्रमुख उमेर सिद्दीकी के साथ मिलकर एक आत्मघाती आतंकी को इस हमले के लिए तैयारभी कर रखा था.

लेकिन अब यह आत्मघाती आतंकीएनआइए का वादामाफ गवाह बन चुका है. हैदर और उमेरने मिलकर इस आत्मघाती आतंकी के लिए एक जैकेट भीडिजाइन किया था जिसे एनआइए की टीम ने पटना ब्लास्टके बाद रांची के सीठियो से बरामद कर लिया था.एनआइए ने दूसरे चार्जशीट में खुलासा किया है कि हैदरऔर उमेर ने मिलकर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौराननरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए उनकी कई रैलीस्थलों की रेकी की थी.

चार्जशीट के अनुसार जिस व्यक्तिको नरेंद्र मोदी पर हमले के लिए आत्मघाती के रूप में चुनागया था, उसने हैदर और उमेर को सूचित किया था कि नरेंद्रमोदी की सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनके नजदीकपहंुच पाना उसके वश की बात नहीं है और साजिश केमुताबिक उन पर हमला नहीं किया जा सकता है.

तब हैदरने नरेंद्र मोदी की अंबिकापुर में सात सितंबर की रैली स्थलकी रेकी की और उस आत्मघाती आतंकी को नरेंद्र मोदी केनजदीक पहंुचने के कुछ टिप्स भी दिये. लेकिन, वहआत्मघाती आतंकी इसके लिए तैयार नहीं हुआ. चार्जशीटके अनुसार तब हैदर ने उमेर को इस काम के लिए दो अन्यलोगों की तलाश करने को कहा था. इस काम का जिम्माउसने अजहरुद्दीन कुरैशी को सौंप रखा था. इस खुलासे केबाद एनआइए की टीम ने रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र स्थितसीठियो गांव में छापेमारी कर आत्मघाती जैकेट को बरामदकर लिया.

जैकेट के संबंध में हैदर अली ने खुलासा कियाहै कि वह इसकी डिजाइन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं था.इसीलिए इसका इस्तेमाल न करने का फैसला लिया था. दर्जन भर नामों से जाना जाता था हैदर अलीपटना . आतंकी हैदर अली अपने साथ एकदोनहीं बल्कि कई-कई पहचान पत्र रखता था.जांच के क्रम में एनआइए को हैदर के पास सेकई नामों के पहचान पत्र मिले हैं. जब 21 मई,2014 को एनआइए की टीम ने हैदर अली उर्फब्लैक ब्यूटी को रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड परदबोचा, तो उसने अपना नाम विवेक सिन्हाबताया था. जब एनआइए की टीम ने मौके परही उसकी जांच की तो उसकी जेब से दोमतदाता पहचान पत्र मिले.

दोनों में हैदर कीतस्वीर तो थी, लेकिन एक में उसका नामविवेक सिन्हा लिखा था, जबकि दूसरे मेंआलोक टिर्की. एनआइए ने अपने चार्जशीट मेंहैदर के कई नामों का भी खुलासा किया है.इसमें हैदर अली, अब्दुल्लाह, ब्लैक ब्यूटी,विवेक सिन्हा, आलोक टिर्की और मीर अलीजैसे कई छद्म नाम रख रखे थे. जब उसनेमिर्जापुर के फखरुद्दीन को रांची स्थित कैनराबैंक से 25 हजार रुपये ट्रांसफर किये थे, तबउसने यह रकम मीर अली के नाम से जमाकराये थे और स्लीप पर उसने मुजिबुल्लाह कामोबाइल नंबर 9572140985 दर्ज किया था.बाद में जांच के क्रम में एनआइए ने पाया कियह मोबाइल फोन मुजिबुल्लाह का है.

एनआइए ने अपने चार्जशीट में 301 गवाहों के नाम किये हैं पेश
अपने दूसरे चार्जशीट मेंपटना सीरियल ब्लास्ट मामले में कुल दसआरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कियाहै. साथ ही एजेंसी ने कुल 301 गवाहों कीसूची भी एनआइए की विशेष अदालत कोसौंपी है. इन गवाहों में कई ऐसे भी हैं, जिन्हेंएनआइए ने वादामाफ गवाह के रूप मेंपेश किया है.

इनमें कई तो हमले में शामिलआतंकियों के परिजन और पड़ोसी भीशामिल हैं. एनआइए ने सिमी द्वारा पटना मेंहुंकार रैली में नरेंद्र मोदी पर हमले के लिएतैयार किये गये उस फिदायीन को भी गवाहके रूप में पेश किया है, जिसे हैदर औरउसके अन्य साथियों ने नरेंद्र मोदी पर हमलेके लिए आत्मघाती (फिदायीन) के रूप मेंचुना था.

इसके अलावा एनआइए ने अपनीचार्जशीट में पटना ब्लास्ट मामले में कुल234 कागजी दस्तावेज भी पेश किये हैं,जिनमें बैंकों द्वारा किये गये मनी ट्रांसफर,आतंकियों द्वारा की गयी यात्राओं कीरेल व बस टिकटें और उनके द्वारा खरीदेगये विस्फोट से संबंधित सामानों कीरसीद भी शामिल है. अपनी जांच के क्रम मेंएनआइए ने अपनी विशेष अदालत मेंकुल 65 ऐसे सामानों के नमूने भी पेश कियेहैं, जिससे इन आतंकियों के इरादे औरउनके अपराध को अदालत में साबितकिया जा सके.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें