पटना: ऊर्जा विभाग के सचिव और बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक प्रत्यय अमृत ने बुधवार को कहा कि राजधानी पटना समेत राज्य के सभी जिलों में बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए योजनाओं को तय समय में पूरा करना उनकी प्राथमिकता है. सभी प्रोजेक्टों के लिए मास्टर प्लान बनाया जायेगा. सभी मुद्दों पर समयबद्ध कार्यक्रम बनाया जायेगा. बिजली उत्पादन इकाइयों के लिए जमीन और पानी की समस्या सुलझायी जायेगी.
ट्रांसमिशन सिस्टम में बदलाव : उन्होंने कहा कि निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम में पूरे बदलाव के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाया जा रहा है. इसके लिए एक सप्ताह में वेंडर पॉलिसी बनायी जायेगी. आम तौर पर किसी प्रोजेक्ट को 18 महीने में पूरा करना होता है, लेकिन इसमें ज्यादा समय लग जाता है. सभी प्रोजेक्टों को समय पर पूरा कराया जायेगा. निर्माताओं से सामान मंगाने से पहले निरीक्षण के लिए एजेंसी नहीं है और लोगों की कमी है. इस समस्या को दूर करने के लिए काम होने जा रहा है.
मरम्मत के इंतजाम : उन्होंने कहा कि डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम में गड़बड़ियों को एक महीने में दूर किया जायेगा. सर्किट ब्रेकर और एबी स्विच की खरीद के लिए 1998 की दर ही चल रही है. इस रेट पर सप्लाइ करनेवाले नहीं मिलते हैं. इस समस्या को दूर किया जायेगा. राजधानी पटना और सभी जिलों में जल्दी-से-जल्दी ये दोनों चीजें पहुंचायी जायेंगी, ताकि बिजली कटने पर मरम्मत में आसानी हो. ट्रांसफॉर्मरों और लाइन में खराबी की ठीक करनेवाले गैंगों की संख्या मांग के मुताबिक उपलब्ध करायी जायेगी. इन्हें गाड़ी और मोबाइल जैसी सुविधाओं से लैस किया जायेगा. जिन इलाकों से ज्यादा कॉल आते हैं, वहां गैंगों की संख्या बढ़ायी जायेगी. उन्होंने कहा कि सभी जूनियर लाइनमैनों को ट्रेनिंग देने के साथ सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे.
15 अगस्त तक कारगर हेल्पलाइन : ऊर्जा सचिव ने कहा कि मौजूदा हेल्पलाइन सिस्टम से वह संतुष्ट नहीं हैं. 15 अगस्त से पहले कारगर हेल्पलाइन सिस्टम बनाया जायेगा. ऐसा हेल्पलाइन सिस्टम बनाया जायेगा, जहां एक ही जगह लोग फ्यूज उड़ने, मीटर में गड़बड़ी और ओवर बिलिंग जैसी सभी शिकायतें दर्ज करा सकें. पटना में हेल्पलाइन पूरी तरह कारगर बनाने के लिए शुक्रवार को रिलायंस के साथ बैठक है.
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना उनकी प्राथमिकता है. 10वीं योजना में लगाये गये बड़ी संख्या में टूल्लू ट्रांसफॉर्मर जल गये हैं. प्राथमिकता के आधार इस समस्या को दूर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि विभाग के अंदर कैडर और सर्विस मैटर को सुलझाया जायेगा. जिन डिविजनों में काम चल रहा है, वहां कार्यालय और कर्मचारियों के लिए क्वार्टर का इंतजाम किया जायेगा.