पटना : क्लोन चेक के गोरखधंधे में पकड़ा गया प्रसन्नजीत ब्लू फिल्म भी बनाता था. इसका खुलासा उस समय हुआ जब पटना पुलिस की टीम ने उसके मोबाइल व लैपटॉप को खंगालना शुरू कर दिया. उसके लैपटॉप में कई ब्लू फिल्म मिले है, जिसमें हीरो के रूप में वह खुद है. इसके साथ ही वह लड़कियों को अपने पैसे के जाल में फंसाता था और किसी को साइप्रस का अधिकारी तो किसी को बिल्डर बताता था.
लड़कियां जब इसके जाल में पूरी तरह फंस जाती थी तो फिर इसका खेल शुरू हो जाता था. वह पहले उससे शारिरिक संबंध बनाता था और फिर चुपके से उसकी वीडियो बना लेता था. इसके बाद उसने कई लड़कियों को उसी वीडियो को दिखाया और ब्लैकमेल कर उसका ब्लू फिल्म बनाया. पुलिस ने जिस लड़की को इसके साथ पकड़े है, उसका भी ब्लू फिल्म व अश्लील फोटो उक्त लैपटॉप में है. अब पुलिस उसे रिमांड पर लेगी, तभी उसके मूल काम के संबंध में विस्तार से जानकारी मिलेगी. बताया जाता है कि पुलिस उसे इसलिए रिमांड पर ले रही है.
मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित
चेक का क्लाेन बनाकर करोड़ों रुपये ऐंठने वाले प्रसन्नजीत को पटना पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इसके लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी दी जायेगी. प्रसन्नजीत के पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए एक स्पेशल जांच टीम का गठन किया गया है. टीम को इंस्पेक्टर अजय कुमार लीड करेंगे. जांच टीम यह पता लगायेगी कि किस तरह से पैसा निकाला जाता था. गैंग में कौन-कौन लोग हैं. पुलिस की मानें तो इस गैंग में हाइप्रोफाइल लोग शामिल हैं. अगर पुलिस रिमांड के दौरान कुछ उगलवा सकी तो मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है. प्रसन्नजीत को लेकर भी बड़ा सवाल है कि उसने दो पासपोर्ट, चार ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य दस्तावेज कैसे बनवा लिया था. गौरतलब है कि दो दिन पहले गर्दनीबाग इलाके के महादेवपुरी में एक अपार्टमेंट से उसे गिरफ्तार किया गया था. उस पर क्लोन चेक बनाकर बैंक एकाउंट से पैसा निकालने का आरोप है.
ड्राइविंग लाइसेंस की जांच के लिए यूपी जायेगी पटना पुलिस
पटना. क्लोन चेक के मामले में पकड़े गये प्रसनजीत के पास से बरामद हुए चार ड्राइविंग लाइसेंस की जांच करने के लिए एक टीम उत्तरप्रदेश जायेगी. इसके साथ ही पटना के पासपोर्ट कार्यालय को उसके दोनों पासपोर्ट से संबंधित जानकारी देते हुए डिटेल मांगी जायेगी. पासपोर्ट कार्यालय से ही यह जानकारी मिल सकती है कि उसने किस तरह से और किस दस्तावेज का उपयोग कर पासपोर्ट बनवाया था.
पदाधिकारी पर गिरेगी गाज : इसके साथ ही पुलिस के उस जांच पदाधिकारी पर भी गाज गिरनी तय है, जिसने सत्यापन किया था. विदित हो कि उसके पास से बरामद चारों ड्राइविंग लाइसेंस उत्तरप्रदेश से ही निर्गत किये गये थे. इसमें पुलिस द्वारा यह भी संभावना जतायी जा रही है कि वह फर्जी भी हो सकता है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि एक टीम को उत्तरप्रदेश ड्राइविंग लाइसेंस की जांच के लिए भेजा जायेगा.
कदमकुआं के साथ गर्दनीबाग थाने में भी दर्ज हुई है प्राथमिकी : प्रसन्नजीत के खिलाफ कदमकुआं थाने में क्लोन चेक से जुड़ा हुआ मामला दर्ज तो गर्दनीबाग थाने में पासपोर्ट व अन्य मिले दस्तावेज के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मूल रूप से गर्दनीबाग थाने में पासपोर्ट एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पासपोर्ट के संबंध में अलग से जांच कर रही है.

