15.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

रियो बीत गया अब आगे देखो : बिंद्रा

नयी दिल्ली : निशानेबाजों के रियो ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन की जांच कर रही पांच सदस्यीय समीक्षा समिति की अध्यक्षता करने वाले अभिनव बिंद्रा ने आज कहा कि बीते समय में देखने के बजाय उनकी दिलचस्पी बेहतर भविष्य का रास्ता तैयार करने में है. बीजिंग खेलों के स्वर्ण पदकधारी बिंद्रा ने खुद निशानेबाजों से सवाल […]

नयी दिल्ली : निशानेबाजों के रियो ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन की जांच कर रही पांच सदस्यीय समीक्षा समिति की अध्यक्षता करने वाले अभिनव बिंद्रा ने आज कहा कि बीते समय में देखने के बजाय उनकी दिलचस्पी बेहतर भविष्य का रास्ता तैयार करने में है. बीजिंग खेलों के स्वर्ण पदकधारी बिंद्रा ने खुद निशानेबाजों से सवाल पूछने से इनकार कर दिया क्योंकि वह भी इसी टीम का हिस्सा थे.

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) द्वारा आयोजित विदाई कार्यक्रम में बिंद्रा ने कहा, ‘‘यह बहुत बडी जिम्मेदारी है विशेषकर इसलिये क्योंकि आप प्रदर्शन को ‘काले या सफेद’ में नहीं बांट सकते, इसमें हमेशा बीच का रास्ता भी होगा और खेलों की यही प्रकृति है. मैं इसे मानने वाला पहला हूं इसलिये मैं एथलीटों के प्रदर्शन को और उन्होंने किस तरह तैयारी की, इसे देखने में इतनी दिलचस्पी नहीं रखता हूं क्योंकि यह बीती बात हो गयी है. ”
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एकतरह से खुद को इस पूरी साक्षात्कार की प्रक्रिया से अलग कर लिया है क्योंकि मुझे लगता है कि यह मेरे लिये अनुचित होगा क्योंकि मैं भी इसी टीम का हिस्सा था. मैं व्यक्तिगत रुप से व्यवस्थायें, प्रणालियां और प्रोटोकॉल गठित करने में ज्यादा दिलचस्पी रखता हूं जिससे शायद हमें खेलों के संचालन, निशानेबाजी के खेल को आयोजित करने में मदद मिलेगी, इसके अलावा प्रदर्शन के प्रबंधन की पूरी भूमिका, प्रदर्शन की जांच और एथलीटों की तैयारियों को और अधिक व्यवस्थित तरीके से देखा जा सकेगा. ”
बिंद्रा ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से इसे हासिल करने के लिये और समिति को निष्कर्ष पर पहुंचने के लिये बीते समय को देखना होगा. हमें देखना चाहिए कि हमने क्या किया है और हम इसे कैसे बेहतर कर सकते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि देखने से हम कैसे सुधार कर सकते हैं, मैं बीते समय में नहीं देखना चाहता कि क्या गलत हुआ. मेरी दिलचस्पी सिर्फ इसी में है कि हम कैसे बेहतर कर सकते हैं. ”
एनआरएआई ने कहा कि समिति का काम निशानेबाजों के रियो खेलों में निराशाजनक प्रदर्शन के कारणों का पता करना है. भविष्य के ओलंपिक के लिये ‘पूल’ बनाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘2020 के लिये मुझे लगता है कि हम अपने 70 प्रतिशत निशानेबाजों को जानते हैं और इस दौरान 30 प्रतिशत निशानेबाज शामिल हो सकते हैं.
आपको इनके साथ काम करना होगा. लेकिन आपको इस पूल के बाहर भी देखना होगा क्योंकि यह पूल शायद आपके लिये 2024 में उपलब्ध नहीं हो. ” रियो में अपने प्रदर्शन के बारे में बिंद्रा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चौथा स्थान मेरे कैरियर में काफी करीब का था. ”
Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel