सुनील गावस्कर
दुनिया की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट लीग फिर शुरू हो रही है और इस बार ये पिछली हर बार से ज्यादा शानदार होगी. लीग के तुरंत बाद विश्व कप शुरू होना है, ऐसे में आइपीएल और ज्यादा अहम होगा, क्योंकि यहां शानदार प्रदर्शन कर खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में जगह बना सकते हैं. निश्चित रूप से दोनों प्रारूप अलग-अलग हैं, लेकिन शानदार फॉर्म में चल रहा कोई भी खिलाड़ी विश्व कप के लिए दावा ठोक सकता है.
हालांकि फ्रेंचाइजियों के लिए थोड़ी मुश्किल होगी, क्योंकि कई विदेशी खिलाड़ियों को विश्व कप की तैयारियों के लिए अपनी राष्ट्रीय टीमों में लौटना होगा, जिससे वे कुछ मैचों में आइपीएल का हिस्सा नहीं बन सकेंगे. वैसे अधिकतर फ्रेंचाइजियों ने इस बात को ध्यान में रखते हुए ही टीम चयन किया है, ताकि उसके पास ऐसे खिलाड़ियों का अच्छा भारतीय विकल्प मौजूद रहे.
बॉर्डर पर दुर्भाग्यपूर्ण व तनावूपर्ण स्थितियों के चलते लीग की ओपनिंग सेरेमनी रद करनी पड़ी और इससे बचा फंड राष्ट्रीय हित के लिए दिया गया. गत चैंपियन चेन्नई खिताब बचाये रखने के अपने अभियान की शुरुआत बेंगलुरु के खिलाफ करेगी. इस बार बेंगलुरु के साथ गैरी कस्टर्न बतौर कोच जुड़े हैं. उम्मीद है कि इससे टीम के प्रदर्शन में सुधार होगा.
जब उनके कोच रहते भारतीय टीम ने विश्व कप जीता था, तब उनके साथ धौनी बतौर कप्तान मौजूद थे और वह जुगलबंदी कमाल की थी. अब टीम के कप्तान विराट कोहली अपनी भावनाएं जाहिर करने के लिए जाने जाते हैं, ऐसे में गैरी का शांत दिमाग टीम को संतुलन देगा. हमेशा की तरह लीग का पहला मैच टूर्नामेंट की लय स्थापित कर देता है. ऐसे में इस मैच पर भी सभी की निगाहें लगी होंगी.
(पीएमजी)