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लक्ष्य सेन को एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल की उम्मीद, कहा- हम वर्ल्ड चैंपियन हैं

वर्ल्ड चैंपियन युवा भारतीय शटलर लक्ष्य सेन को एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हम वर्ल्ड चैंपियन हैं और उसी प्रकार खेलेंगे. सेन ने कहा कि हम किसी भी टीम को हराने का मादा रखते हैं. सेन केवल ग्रुप स्पर्द्धा में भाग लेंगे.

युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने कहा कि थॉमस कप चैंपियन भारतीय टीम एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक की दावेदार होगी. सेन 2021 में विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता है. वह पिछले साल मई में भारत की थॉमस कप जीत में अहम भूमिका निभाने वालों में से एक थे. उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में भारत स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार होगा. सेन ने पीटीआई से कहा, ‘निश्चित रूप से हम जीत के दावेदार हैं. टीम वास्तव में दमदार दिख रही है.’

भारत ने हाल ही में जीता है थॉमस कप

उन्होंने कहा, ‘यह वही टीम है जिसने थॉमस कप जीता था, इसलिए हम विश्व चैंपियन के रूप में जा रहे हैं. मुझे लगता है कि जो खिलाड़ी हमारे खिलाफ खेल रहे हैं वे जानते हैं कि भारत को हराना आसान नहीं है. हम दुनिया की किसी भी टीम को हरा सकते हैं.’ लक्ष्य सेन ने कहा कि एशियाई खेलों में चैंपियन बनने के लिए पूरी टीम को एकजुटता से प्रयास करने होंगे.

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पूरी टीम है तैयार

उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमारे अंदर आत्मविश्वास की कमी है. हमारे बीच यह एक दूसरे के प्रति सम्मान है और हम जानते हैं कि इसे कैसे निभाना है. प्रतियोगिता में सभी टीमें कठिन हैं और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा.’ सेन ने कहा, ‘वहां अच्छा प्रदर्शन करने के लिए हमें अच्छे सामूहिक प्रयास की जरूरत होगी. पूरी टीम सकारात्मक है और हम अच्छे नतीजे की उम्मीद कर रहे हैं.’

लक्ष्य सेन का पहला एशियन गेम्स

अल्मोड़ा के इस 22 साल के खिलाड़ी ने 2018 युवा ओलंपिक में रजत और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. वह एशियाई खेलों के 19वें आयोजन में सिर्फ टीम स्पर्धा का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, ‘एशियाई खेलों में यह मेरा पहला अनुभव होगा. वहां राष्ट्रमंडल खेलों और युवा ओलंपिक जैसा ही माहौल है.’ सेन ने कहा कि मैं प्रतियोगिता का इंतजार कर रहा हूं. इस दौरान मुझे भारत और दूसरे देशों के खिलाड़ियों से मिलने और उनके बारे में समझने का भी मौका मिलेगा.

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वर्ल्ड रैंकिंग में 11वें नंबर पर है लक्ष्य सेन

विश्व रैंकिंग में 11वें स्थान पर काबिज सेन इस साल मई में एशियाई खेलों के चयन ट्रायल में पुरुष एकल में किदांबी श्रीकांत से हार गये थे. उन्होंने कहा कि वह इन खेलों में सिर्फ टीम स्पर्धा में भाग ले रहे हैं ऐसे उन्हें नीरज चोपड़ा जैसे चैंपियन खिलाड़ी से मिलने का मौका मिल सकता है. सेन ने कहा, ‘मैं केवल टीम स्पर्धा खेल रहा हूं. इसलिए, मैं नीरज चोपड़ा से मिलने के लिए उत्सुक हूं. अगर मुझे कुछ समय मिले तो मैं उसके मुकाबले को देखना और उसका समर्थन करना पसंद करूंगा.’

नीरज चोपड़ा से मिलना चाहते हैं लक्ष्य

उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे (नीरज चोपड़ा) पहले भी बात की है लेकिन व्यक्तिगत रूप से उनसे कभी मुलाकात नहीं हुई. मैं इसके लिए उत्सुक हूं.’ भारतीय खिलाड़ी इन दिनों हैदराबाद में एक सप्ताह के शिविर में अभ्यास कर रहे हैं. टीम को व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के कारण अभ्यास करने का अधिक समय नहीं मिल पाया. सेन ने कहा कि इस बार ‘चीन सुपर 1000’ और विश्व चैंपियनशिप जैसे कुछ बड़े आयोजन थे. इन आयोजनों को टाला जा सकता था. लेकिन हम हाल ही में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और यह सभी के लिए एक समान स्थिति है.’

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बड़े दबाव वाला टूर्नामेंट

सेन ने कहा, ‘यह एक बड़े दबाव वाले टूर्नामेंट की तरह है, भारत में बहुत से लोग एशियाई खेलों को महत्व देते हैं. इसलिए, मैं (एशियाई खेलों में) अपने पूरे दमखम के साथ जा रहा हूं और अच्छे नतीजों की उम्मीद कर रहा हूं.’ एशियाई खेलों में बैडमिंटन प्रतियोगिता का आगाज 28 सितंबर से होगा.

फुटबॉल में चीन ने भारत को 5-1 से हराया

भारतीय फुटबॉल टीम को मंगलवार को एशियन गेम्स के अपने पहले ग्रुप मैच में मेजबान चीन के खिलाफ 1-5 की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. चीन के लिए ताओ कियांगलोंग (72वें और 75वें मिनट) ने दो गोल दागे जबकि गियाओ तियानयी (17वें मिनट), डेई वेइजुन (51वें मिनट) और हाओ फेंग (90 प्लस दो मिनट) ने एक-एक गोल किया. थकी हुई और तैयारी के बिना उतरी भारतीय टीम के लिए एकमात्र गोल राहुल केपी (45 प्लस एक मिनट) ने किया जो संभवत: मैच का सर्वश्रेष्ठ गोल रहा. भारत की तीसरी दर्जे की टीम ने हालांकि शुरुआती 45 मिनट में खिताब के दावेदार चीन को कड़ी टक्कर दी. भारतीय गोलकीपर गुरमीत सिंह चहल ने इस दौरान काबिलेतारीफ प्रदर्शन करते हुए विरोधी कप्तान झू चेनजी की पेनल्टी किक को भी रोका. दूसरे दौर में जगह बनाने के लिए भारत को अब अपने बाकी बचे दो मैचों में बांग्लादेश और म्यांमार को हराना होगा.

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