Gautam Gambhir Unbeaten in T20 Streak: भारतीय क्रिकेट टीम का टी20 फॉर्मेट में बोलबाला गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की कोचिंग के बाद और मजबूत हो गया है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टी20 मुकाबले में टीम इंडिया ने 48 रनों से शानदार जीत दर्ज की और पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली. यह जीत सिर्फ एक और सफल मैच नहीं थी, बल्कि यह बताती है कि गंभीर की रणनीति और टीम का आत्मविश्वास 2026 टी20 वर्ल्ड कप से पहले किस स्तर पर पहुंच चुका है. हर मैच के साथ टीम इंडिया और अधिक संतुलित और खतरनाक दिख रही है.
गंभीर की कोचिंग में भारत का कमाल
गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद भारतीय टीम टी20 फॉर्मेट में लगातार आगे बढ़ रही है. उनकी कोचिंग में टीम ने एक भी टी20 सीरीज नहीं हारी है, जो खुद में एक बड़ा रिकॉर्ड है. भारत ने घर पर श्रीलंका और बांग्लादेश को 3-0 से हराया, साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की और इंग्लैंड को 4-1 से मात दी. इन सभी जीतों ने टीम को नई पहचान दी है. गंभीर की रणनीति तेज, आक्रामक और आधुनिक टी20 क्रिकेट के अनुरूप है, जो खिलाड़ियों के प्रदर्शन में साफ नजर आ रही है. हालांकि उनके शुरूआती टेस्ट और वनडे कार्यकाल में कठिनाइयाँ थीं, लेकिन टी20 क्रिकेट में उनके फैसले लगातार टीम के लिए फायदेमंद साबित हो रहे हैं.
भारत की नियंत्रित बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे मुकाबले में भारतीय टीम ने परिस्थितियों को देखते हुए संतुलित बल्लेबाजी की. टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए 167 रन 8 विकेट के नुकसान पर बनाते हुए सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया. शुभमन गिल की 46 रनों की पारी टीम को शुरुआती मजबूती दे गई, जबकि अभिषेक शर्मा ने 28 रन बनाकर तेजी लाई. शिवम दुबे ने भी 22 रन बनाकर मध्यक्रम को संभाला. पारी के अंत में अक्षर पटेल ने 11 गेंदों में नाबाद 21 रनों की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की, जिससे स्कोर और बेहतर हो गया. भारतीय बल्लेबाजी भले ही बहुत बड़ी नहीं दिखी, लेकिन पिच की हालत और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने यह स्कोर बेहद उपयोगी था.
भारतीय गेंदबाजों का बोलबाला
भारतीय गेंदबाजी इस मैच का सबसे बड़ा आकर्षण रही, खासकर स्पिनर्स ने मैच ही अपने नाम कर लिया. वाशिंगटन सुंदर ने सिर्फ आठ गेंदों में तीन विकेट लेकर मैच का रुख पूरी तरह पलट दिया. उनकी लाइन-लेंथ इतनी धारदार थी कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उनके सामने टिक ही नहीं पाए. दूसरी ओर अक्षर पटेल ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए दो विकेट हासिल किए और रन गति को नीचे बनाए रखा. तेज गेंदबाजों ने भी महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट निकालकर दबाव लगातार बढ़ाया, जिसका नतीजा यह रहा कि पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 119 रन पर ही सिमट गई. यह मैच दिखाता है कि भारत अब सिर्फ बल्लेबाजी पर निर्भर नहीं है, बल्कि गेंदबाजी भी उतनी ही मजबूत हो चुकी है.
ऑस्ट्रेलिया में भारत का दबदबा बरकरार
ऑस्ट्रेलिया हमेशा से घर में खतरनाक टीम रही है, लेकिन टी20 में भारत का प्रदर्शन यहां पिछले कई सालों से शानदार रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को अपनी धरती पर आखिरी बार 2008 में टी20 सीरीज में हराया था. उसके बाद से भारत ने यहां दो बार सीरीज जीती है और दो बार ड्रॉ करवाई है. यह सफलता बताती है कि भारतीय टीम अब विदेशी परिस्थितियों को भी उतनी ही आसानी से संभाल लेती है, जितनी घरेलू पिचों पर. चौथे टी20 में भी भारत ने जिस तरह शांत, संयमित और योजनाबद्ध क्रिकेट खेला, उसने एक बार फिर साबित किया कि टीम इंडिया अब ऑस्ट्रेलियाई कंडीशन में भी खुद को बेस्ट साबित कर सकती है.
टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले तैयारी जबरदस्त
भारत का वर्तमान फॉर्म साफ इशारा दे रहा है कि टीम 2026 टी20 वर्ल्ड कप से पहले सही दिशा में आगे बढ़ रही है. टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन संतुलन बन गया है. शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा और शिवम दुबे जैसे युवा लगातार भरोसा दिला रहे हैं, जबकि गेंदबाजों में सुंदर, अक्षर और तेज गेंदबाजों का संयोजन टीम की रीढ़ बन गया है. कोच गंभीर का आक्रामक एप्रोच और खिलाड़ियों की फिटनेस, दोनों मिलकर टीम को हर मैच में बेहतर बना रहे हैं. अब भारत ब्रिसबेन में होने वाले आखिरी टी20 के लिए तैयार है, जहां टीम का लक्ष्य सीरीज को 3-1 से अपने नाम करना होगा.
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