Ravindra Jadeja Bowled Aiden Markram: भारत और साउथ (IND vs SA) अफ्रीका के बीच जारी दूसरे टेस्ट में पिच से स्पिनरों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है, लेकिन कुछ गेंदें गिरने के बाद तेज घूम रही हैं. ऐसी ही एक गेंद का शिकार बने साउथ अफ्रीका के ओपनर एडन मार्करम (Aiden Markram). दूसरी पारी में वह अच्छी शुरुआत कर चुके थे और भारतीय गेंदबाजी का सामना सहजता से कर रहे थे, मगर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की एक घुमती गेंद ने उनकी पारी खत्म कर दी. इस विकेट के बाद मैच का रुख साफ तौर पर साउथ अफ्रीका की तरफ झुकने लगा.
जडेजा की गेंद पर बोल्ड हुए मार्करम
दूसरी पारी के 29वें ओवर में जडेजा ने मिडिल स्टंप पर गेंद फेंकी. गेंद पिच पर गिरते ही तेजी से बाहर की तरफ मुड़ी. मार्करम ने आगे आकर इसे रोकने की कोशिश की, लेकिन गेंद की लाइन समझ नहीं पाए. गेंद उनके बल्ले को चकमा देती हुई सीधे ऑफ स्टंप से टकराई और उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा. मार्करम ने 84 गेंदों पर 29 रन बनाए और तीन चौके लगाए.
बड़ी पारी नहीं खेल पाए मार्करम
एडन मार्करम ने शुरुआत में भारतीय तेज गेंदबाजों को आत्मविश्वास के साथ खेला. उन्होंने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी की और टीम को मजबूत शुरुआत देने की कोशिश की. पिच धीमी थी, ऐसे में उनका टिकना साउथ अफ्रीका के लिए फायदेमंद हो सकता था. लेकिन जडेजा की एक शानदार गेंद ने उन्हें पूरी तरह चौंका दिया. जब वह सेट होते दिख रहे थे, तभी उनका विकेट गिर गया और भारत को बड़ी सफलता मिल गई.

मार्करम पर जडेजा का दबदबा जारी
टेस्ट क्रिकेट में जडेजा का मार्करम पर रिकॉर्ड शानदार है. अब तक चार पारियों में उन्होंने मार्करम को तीन बार आउट किया है. मार्करम ने जडेजा के खिलाफ 55 गेंदों पर केवल 25 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका औसत सिर्फ 8.33 रहा है. मौजूदा सीरीज में भी जडेजा ने उन्हें दो बार पवेलियन भेजा है. यह आंकड़े दिखाते हैं कि जडेजा की स्पिन मार्करम के लिए लगातार चुनौती बनी हुई है.
मैच में साउथ अफ्रीका की मजबूत पकड़
साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में 500 से ज्यादा की बढ़त बना ली है. चौथी पारी में इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना किसी भी टीम के लिए बेहद मुश्किल होता है. एशिया में अब तक कोई टीम 400 से ज्यादा का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है. ऐसे में यह मुकाबला भारत की पकड़ से लगभग बाहर होता दिख रहा है. भारतीय गेंदबाजों ने कोशिश की, लेकिन साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी ने दबाव बनाए रखा.
भारत के लिए ड्रॉ ही आखिरी उम्मीद
इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना काफी मुश्किल है, इसलिए भारत के सामने केवल मैच बचाने का विकल्प बचा है. टीम इंडिया को लंबी साझेदारियां करनी होंगी और विकेट बचाकर खेलना होगा. पिच आखिरी दिन और धीमी हो सकती है, ऐसे में स्पिन और रिवर्स स्विंग से बचकर खेलना जरूरी होगा. अगर मैच ड्रॉ भी हो जाए तो सीरीज साउथ अफ्रीका के नाम हो जाएगी, इसलिए भारत को हर सत्र में सतर्क रहना होगा.
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