IPL 2025 Umpires Inspects Bat’s Width: आईपीएल 2025 के दौरान रविवार को मैदान पर कुछ अनोखा नजर आया. पहले राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच और उसके बाद दिल्ली में खेले गए मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुए मुकाबले में अंपायर बल्लेबाजों के बैट जांचते नजर आए. यह जांच इसलिए की जा रही थी, ताकि बल्लेबाजों की बैट की माप तय मानकों से ज्यादा न हो. कुल मिलाकर दिन में तीन बल्लेबाजों के बैट्स की जांच की, जिसमें फिल साल्ट, शिमरॉन हेटमायर और हार्दिक पांड्या शामिल थे. हालांकि तीनों ही बल्लेबाजों के बैट मानक के अनुरूप मिले.
दिन के पहले मुकाबले, राजस्थान और बंगलुरु के बीच मैच में एक जब शिमरॉन हेटमायर के क्रीज पर पहुंचते ही अंपायर ने उनके बैट का माप जांचा. यह वाकया तब हुआ जब यशस्वी जायसवाल 16वें ओवर की अंतिम गेंद पर आउट हो गए और उनकी जगह हेटमायर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे. अंपायर ने खेल को कुछ देर के लिए रोका और एक बैट गेज की मदद से यह जांचा कि हेटमायर का बल्ला नियमों के अनुरूप है या नहीं. बाद में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पारी शुरू होने से पहले आरसीबी के सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट के बैट की भी उसी तरह जांच की गई. इसके बाद रविवार के दूसरे मैच में मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या के बैट की भी जांच की गई. हार्दिक जैसे ही बैटिंग क्रीज पर पहुंचे अंपायर ने उनका बल्ला भी चौड़ाई मापने वाले टूल से जांचा.
बैट की जांच क्यों की गई?
आईपीएल मैच के दौरान ऑन-फील्ड अंपायर ने यह सुनिश्चित करने के लिए हेटमायर के बैट का निरीक्षण किया कि वह लीग के नियमों का पालन कर रहा है. यह जांच रूटीन प्रक्रिया के तहत की गई, जो आईपीएल के लॉ 5.7 के अंतर्गत बैट की माप को लेकर लागू होती है. हेटमायर, साल्ट और हार्दिक का बैट नियमों पर खरा उतरा और उन्होंने उसी बैट से खेल जारी रखा.
नियमों के अनुसार बैट की माप
आईपीएल के नियमों के मुताबिक, अगर किसी खिलाड़ी का बैट निर्धारित मानकों पर खरा नहीं उतरता, तो उस पर कोई अंक कटौती या पेनल्टी नहीं होती, बल्कि उसे बस बैट बदलने का निर्देश दिया जाता है. आईपीएल के नियमों के मुताबिक बैट की माप इस तरह होनी चाहिए-
- कुल लंबाई (हैंडल समेत): अधिकतम 38 इंच (96.52 सेमी)
- चौड़ाई: अधिकतम 4.25 इंच (10.8 सेमी)
- गहराई: अधिकतम 2.64 इंच (6.7 सेमी)
- किनारे की मोटाई: अधिकतम 1.56 इंच (4.0 सेमी)
- बैट को बैट गेज में से गुजरना चाहिए
- हैंडल की लंबाई बैट की कुल लंबाई के 52% से अधिक नहीं होनी चाहिए
- ब्लेड पर किसी भी कवरिंग सामग्री की मोटाई 0.04 इंच (0.1 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए
- बैट के टो (निचले हिस्से) पर प्रोटेक्टिव सामग्री की मोटाई 0.12 इंच (0.3 सेमी) से अधिक नहीं होनी चाहिए
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