IPL 2025- Ajay Jadeja Comment after Vaibhav Suryavanshi Century: जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में सोमवार की रात एक अद्भुत इतिहास का गवाह बनी. राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटंस के बीच खेले गए हाई-स्कोरिंग मुकाबले में, जिसमें राजस्थान ने 8 विकेट से जीत हासिल की. लेकिन यह आम मैच या केवल एक जीत नहीं थी. ‘गुलाबी नगरी’ ने 28 अप्रैल की रात एक 14 वर्षीय बल्लेबाज की आतिशबाजी को सलाम किया. वैभव सूर्यवंशी ने केवल 35 गेंदों में शतक जड़ दिया. यह आईपीएल में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज और कुल मिलाकर क्रिस गेल (30 गेंद) के बाद दूसरा सबसे तेज शतक रहा. गुजरात टाइटंस के 209 रन के जवाब में राजस्थान रॉयल्स ने केवल 15.5 ओवर में ही 212 रन बनाकर मैच जीत लिया. इस कहरदार बल्लेबाजी के बाद अजय जडेजा ने एक बड़ी भविष्यवाणी करते हुए कहा कि अब भारतीय क्रिकेट पहले जैसा नहीं रहेगा.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी की गुजरात टाइटंस के खिलाफ शतक की रिकॉर्ड-तोड़ पारी को देखकर हैरान हैं. जडेजा ने कहा कि वैभव की तकनीक और मैदान के अलग-अलग हिस्सों को निशाना बनाने की समझ अविश्वसनीय है. उन्होंने हवा में गेंद भेजने की कला में महारत दिखाई और 11 छक्कों की मदद से सिर्फ 38 गेंदों में 101 रन ठोक डाले. अजय जडेजा ने जियोहॉटस्टार पर बात करते हुए कहा, “कुछ शॉट्स तो ऐसे थे जो पहले सिर्फ सपना होते हैं और फिर उन्हें अंजाम देना पड़ता है. एक 14 साल का खिलाड़ी ऐसा सोच सकता है, ये ही चौंकाने वाला है. जब उसने शार्दुल ठाकुर के खिलाफ पहली बार बल्लेबाजी की थी और 30 रन बनाकर आउट हुआ था, तब उसकी आंखों में आंसू थे. लेकिन कुछ ही मिनटों में वह डगआउट में फिर से मुस्कुरा रहा था. 14 साल की उम्र में भावनाओं को संभालने की ये ताकत बहुत बड़ी बात है. उसका माइंडसेट बेहद खास है. मैं सीधी तुलना नहीं कर रहा, लेकिन जैसे एमएस धोनी के आने से छोटे शहरों के बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा था, वैभव की ये पारी हर 14-15 साल के बच्चे के लिए नई प्रेरणा बन सकती है. इस पारी के बाद भारतीय क्रिकेट पहले जैसा नहीं रहेगा.”
वैभव की पारी सचिन और पार्थिव से भी निराली
GT के अनुभवी गेंदबाजों मोहम्मद सिराज और ईशांत शर्मा के खिलाफ आत्मविश्वास से भरी शुरुआत, और फिर राशिद खान की फिरकी को निशाना बनाकर उन्होंने साबित कर दिया कि वो बड़े मंच के लिए तैयार हैं. जडेजा ने कहा, “मैंने इतनी शानदार पारी कभी नहीं देखी. हमने 14-15 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर को देखा, लेकिन उन्होंने रणजी और दिलीप ट्रॉफी जैसे पड़ाव पार किए. पार्थिव पटेल बिना फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेले भारत के लिए टेस्ट बचा ले गए थे, लेकिन ये मामला बिल्कुल अलग है.”
वैभव ने दिग्गजों के आगे सपना जी कर दिखा दिया
उन्होंने आगे कहा, “ये T20 क्रिकेट है, जहां एक निडर 14 साल का लड़का रशीद खान, ईशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाजों की बखिया उधेड़ देता है. 210 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वह बिना डरे बस खेलता रहा. ऑन-साइड के साथ ऑफ-साइड में भी कुछ अद्भुत शॉट्स लगाए. प्रसिद्ध कृष्णा की धीमी गेंद पर बैकफुट से लॉन्ग-ऑफ पर लगाया गया छक्का वाकई अविश्वसनीय था.” अंत में जडेजा ने कहा, “मेरे पास वो शब्द नहीं हैं जो मैं इस भावना को बयां करने के लिए ढूंढ सकूं. हम सब जो क्रिकेट खेल चुके हैं, 14-15 की उम्र में ऐसे ही लम्हों का सपना देखते थे, ड्रॉइंग रूम में या गली क्रिकेट में. लेकिन वैभव ने IPL जैसे मंच पर, दुनिया के दिग्गज गेंदबाजों के सामने वो सपना जी कर दिखा दिया है.”
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