Dharmendra Passes Away: सोमवार को पूरा देश बॉलीवुड सुपरस्टार धर्मेंद्र के निधन पर शोक मना रहा है, वहीं भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें भारतीय सिनेमा का एक दिग्गज और आइकॉन बताया, जिनके काम ने फिल्म प्रेमियों की पीढ़ियों पर अमिट छाप छोड़ी है. धर्मेंद्र के नाम से मशहूर धरम सिंह देओल कुछ समय से बीमार थे. हाल ही में उन्हें दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 12 नवंबर को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी. स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिलने के बाद, परिवार ने अंततः घर पर ही उनका इलाज जारी रखने का फैसला किया. सोमवार को 89 वर्ष की आयु में मुंबई में उनका निधन हो गया. Sachin Tendulkar and Virat Kohli paid tribute to Dharmendra
मास्टर ब्लास्टर से मिलकर बहुत खुश होते थे धर्मेंद्र
मास्टर ब्लास्टर ने धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘कई अन्य लोगों की तरह, मुझे भी धर्मेंद्र जी तुरंत पसंद आ गए, जिन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा से हमारा मनोरंजन किया. जब मैं उनसे मिला तो पर्दे के पीछे का वह रिश्ता और भी गहरा हो गया. उनकी ऊर्जा अद्भुत थी और वे हमेशा मुझसे कहते थे कि तुमको देखकर एक किलो खून बढ़ जाता है मेरा. उनमें एक सहज गर्मजोशी थी, जिससे उनके आस-पास के सभी लोग खुद को खास और मूल्यवान महसूस करते थे. उनके व्यक्तित्व का प्रशंसक न होना असंभव था. आज, उनके निधन से मेरा दिल भारी है. ऐसा लगता है जैसे मेरा 10 किलो खून कम हो गया है. आपकी बहुत याद आएगी.’
कोहली ने परिवार को दी सांत्वना
भारतीय दिग्गज विराट कोहली ने एक्स पर लिखा कि आज हमने भारतीय सिनेमा के एक ऐसे दिग्गज को खो दिया है, जिन्होंने अपने आकर्षण और प्रतिभा से सभी के दिलों को मोह लिया था. एक सच्चे आइकन, जिन्होंने उन्हें देखने वाले हर किसी को प्रेरित किया. ईश्वर उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करे. पूरे परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना. 8 दिसंबर को 90 वर्ष के होने वाले इस अभिनेता ने 65 वर्षों का एक उल्लेखनीय करियर बिताया, जिसमें उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, जिनमें शोले, चुपके-चुपके, सत्यकाम, अनुपमा और सीता और गीता जैसी क्लासिक फिल्में शामिल हैं.
एक सांसद भी रहे थे धर्मेंद्र
फूल और पत्थर ने धर्मेंद्र को स्टार बनाया और शोले ने उन्हें मशहूर कर दिया. प्यारे, शरारती वीरू के रूप में उनका अभिनय हिंदी सिनेमा के सबसे यादगार किरदारों में से एक है. अभिनय के अलावा, उन्होंने एक फिल्म निर्माता के रूप में भी काम किया और कुछ समय के लिए सांसद भी रहे. 2012 में, उन्हें भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. अभिनय के अलावा, धर्मेन्द्र ने राजनीति में भी कुछ समय बिताया और 2004 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में बीकानेर से लोकसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की.
ये भी पढ़ें…
गंभीर पर भड़के पूर्व कोच रवि शास्त्री, बल्लेबाजी में म्यूजिकल चेयर खेलने पर हुए नाराज
‘अलग ही दर्द…’, 201 पर ढेर हुई टीम इंडिया तो करुण नायर ने किया रहस्यमयी पोस्ट

