कोलकाता : महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने कहा कि वह कभी रिकार्ड के लिए नहीं खेली और उनका मानना है कि दक्षिण अफ्रीका में चार देशों के क्रिकेट टूर्नामेंट में टीम की खिताबी जीत अगले महीने से शुरू होने वाले विश्व कप के लिए अच्छी तैयारी है. इस 34 वर्षीय गेंदबाज ने इस टूर्नामेंट के दौरान आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज कैथरीन फिट्जपैट्रिक का 180 विकेट का लगभग दस साल पुराना रिकार्ड तोड़ा.
झूलन के नाम पर अब वनडे में 185 विकेट दर्ज हैं. उन्होंने चार देशों के टूर्नामेंट के 21 मई को पोटचेफ्सट्रूम में खेले गये फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 22 रन देकर तीन विकेट लिये थे. मध्यम गति की इस गेंदबाज ने दक्षिण अफ्रीका से यहां पहुंचने पर पत्रकारों से कहा, ‘‘टीम खेल में व्यक्तिगत रिकार्ड ज्यादा मायने नहीं रखते. मैं कभी रिकार्ड के लिए नहीं खेली. मैं इस खेल को चाहती हूं और इसलिए खेलती हूं. जब आप खेल रहे होते हैं तो उपलब्धियां भी हासिल करते हैं.
” झूलन के रिकार्ड को फिलहाल कोई खतरा नहीं है क्योंकि सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाजों की सूची में उनके बाद जो तीन नाम आते हैं वे संन्यास ले चुकी हैं. इस सूची में झूलन के अलावा शीर्ष दस में एक अन्य भारतीय नीतू डेविड भी शामिल हैं जो चौथे स्थान पर हैं. नीतू ने 141 विकेट लिये हैं. झूलन ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मैंने अपने करियर में कुछ उपलब्धियां हासिल की. मैंने हमेशा इस खेल को चाहा और जुनून के साथ इसे खेला और शायद इसलिए मैं यह उपलब्धियां हासिल कर पायी. ”
इस श्रृंखला के दौरान कई अन्य रिकार्ड बने. कप्तान मिताली राज 100 वनडे में टीम की अगुवाई करने वाली पहली भारतीय और विश्व में तीसरी खिलाड़ी बनी. उनसे पहले इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स ( 117 ) और आस्ट्रेलिया की बेलिंडा क्लार्क ( 101 ) 100 या इससे अधिक वनडे मैचों में कप्तानी कर चुकी थी. मिताली ने फाइनल में नाबाद 62 रन बनाये और पूनम राउत ( नाबाद 70 ) के साथ शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को जीत दिलायी. श्रृंखला की दो अन्य टीमें जिम्बाब्वे और आयरलैंड थी. झूलन ने कहा, ‘‘यह टूर्नामेंट काफी कड़ा था. विकेट काफी सख्त था और उसमें उछाल थी. हमने पूरी श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया.
हम खिताब जीतने में सफल रहे जिससे अच्छा लग रहा है. ” उन्होंने कहा, ‘‘हम छह महीनों से इस श्रृंखला की तैयारी कर रहे थे और हमने अच्छा खेल दिखाया. हम सभी ने व्यक्तिगत तौर पर अच्छा खेल दिखाया और इससे टीम को खिताब जीतने में मदद मिली. हर किसी ने योगदान देने की कोशिश की. ” भारतीय टीम की असली परीक्षा हालांकि इंग्लैंड में विश्व कप में होगी जो उसका पहला मैच 24 जून को मेजबान से होगा. उन्होंने कहा, ‘‘यह लंबी अवधि का टूर्नामेंट है और वह इंग्लैंड में होगा.
यह काफी कड़ा होगा. आपको मानसिक तौर पर मजबूत होने की जरूरत है. विश्व कप काफी महत्वपूर्ण और वास्तविक लक्ष्य होता है. महिला क्रिकेटर आईसीसी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हैं ताकि मंच तैयार हो सके. ” भारत को मौजूदा चैंपियन आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और मेजबान इंग्लैंड के साथ ग्रुप ए में रखा गया है. झूलन ने कहा, ‘‘यह श्रृंखला पूर्व निर्धारित थी ताकि हम विश्व कप से पहले अधिक से अधिक मैच खेल सकें. हमें विश्व कप में भी निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा. ”