नयी दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट कप्तान हाशिम अमला ने नागपुर पिच को लेकर किसी तरह के विवाद में पड़ने से इन्कार कर दिया और कहा कि टीम उस घटना से आगे बढ़ चुकी है. आईसीसी मैच रेफरी जैफ क्रो ने इस पिच को ‘खराब’ करार दिया था. मृदुभाषी अमला ने चौथे और अंतिम टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘आईसीसी जो भी कहता है हम उसे उस पर छोड़ देते हैं.
नागपुर में जो कुछ हुआ वह बीती बात है. कहानी वहीं पर खत्म हो चुकी है. हमारी निगाह अब इस मैच पर है. ” अमला और उनकी टीम के लिये यह निराशाजनक श्रृंखला रही है लेकिन उन्होंने कहा कि जो परिणाम आया उससे उनकी तैयारियों का सही आकलन नहीं लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘तैयारियां बहुत अच्छी थी. मुझे नहीं लगता कि पिछले टेस्ट मैच में जो कुछ हुआ उसका टीम पर प्रभाव पड़ेगा.
यह सभी के लिये मुश्किल टेस्ट मैच था. हमने सभी विभागों में बहुत अच्छी तैयारी तरह से तैयार होने का प्रयास किया. दुर्भाग्य से परिणाम से इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.” अमला ने जब कोटला की पिच को लेकर जवाब दिया तो सभी जोर से हंसने लगे. उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, ‘‘मैंने कल उसे देखा था. आज नहीं देख पाया क्योंकि मैं सीधे यहां (प्रेस कान्फ्रेन्स में) चला आया.
विकेट रातों रात नहीं बदला जा सकता है. ” इमरान ताहिर को पिछले मैच में देर से गेंद सौंपने के सवाल के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हम 79 रन पर आउट हो गये थे और 140 रन पीछे थे. मैंने इमरान को देर से इसलिए गेंद सौंपी क्योंकि उसके साथ मेरा अनुभव है कि वह रन भी काफी देता है. हालांकि वह इस बीच विकेट भी लेता है. मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर फैसला किया. ”
अमला के लिये यहां की मुश्किल पिचों पर खेलना चुनौतीपूर्ण अनुभव है. उन्होंने कहा, ‘‘बेहद रोमांचक. मुश्किल पिचों पर अच्छे गेंदबाजों का सामना करना शानदार चुनौती. कुछ विकेट ऐसे होते हैं जिन पर आप कभी जमकर नहीं खेल सकते हो. आपको इधर उधर कुछ रन मिल जाते हैं. कई युवा खिलाडियों को इन पिचों पर खेलने का अनुभव होगा. ” अमला ने कहा कि दिल्ली टेस्ट में जीत दर्ज करना महत्वपूर्ण है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला दो सप्ताह बाद होनी है. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड श्रृंखला से पहले जीत की राह पर लौटना महत्वपूर्ण है. टेस्ट क्रिकेट में कुछ भी आसान नहीं होता और इसे 1-2 करना महत्वपूर्ण है. ”