सिडनी : पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने चेताया है कि अगर प्रतिद्वंद्वी टीमें पाकिस्तान में खेलने का बहिष्कार जारी रखेंगी तो देश में क्रिकेट मर सकता है. मार्च 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमले में आठ लोगों की मौत और मेहमान टीम के सात खिलाड़ियों के घायल होने के बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं हुआ है.
वकार ने कहा, सबसे बड़ी पीड़ा यह है कि हम अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा, मुझे डर है कि खेल खत्म हो जायेगा क्योंकि जूनियर स्तर पर प्रतिभा की कमी है और बच्चों को क्रिकेट से जोड़े रखना मुश्किल है. यह काफी अहम पहलू है. हमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट वापस लाना होगा और इस संबंध में सरकार को मदद करनी होगी.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पिछले साल संक्षिप्त वनडे श्रृंखला के लिए कीनिया को लाने में सफल रहा था और अब इस साल मई में दौरे के लिए जिंबाब्वे से बात कर रहा है.वकार का मानना है कि विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों पाकिस्तान की हार दर्शाती है कि देश के क्रिकेट तंत्र और बुनियादी ढांचे पर काफी कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.
वकार ने कहा, अगर हमें पाकिस्तान क्रिकेट को बचाना है तो हमें अपने घरेलू क्रिकेट को बेहतर करना होगा क्यांेकि विश्व कप में स्तर में बड़ा अंतर दिखा। हम अन्य टीमों से काफी पीछे हैं. उन्होंने कहा, हम इसमें विलंब नहीं कर सकते, हमें अन्य टीमों की तरह पावर हिटर और ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है जो 300 से अधिक रन बना पायें. विश्व कप के सात मैचों में पाकिस्तान की टीम सिर्फ एक बार 300 से अधिक का स्कोर खड़ा करने में सफल रही थी और वह भी संयुक्त अरब अमीरात की कमजोर टीम के खिलाफ.
वकार ने कहा, क्रिकेट में तेजी से बदलाव आ रहा है और हमें भी इसी तेजी से आगे बढ़ना होगा नहीं तो हम पीछे छूट जायेंगे.