पर्थ : भारतीय टीम के अनियमित सत्र ने भले ही कई लोगों को हैरान किया हो लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का मानना है कि क्रिकेट विश्व कप जैसे लंबे टूर्नामेंट में तरोताजा रहने के लिए छह दिन के सामान्य सत्र से बेहतर तीन दिन की कडी मेहनत वाली ट्रेनिंग है. दक्षिण अफ्रीका और यूएई […]
पर्थ : भारतीय टीम के अनियमित सत्र ने भले ही कई लोगों को हैरान किया हो लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का मानना है कि क्रिकेट विश्व कप जैसे लंबे टूर्नामेंट में तरोताजा रहने के लिए छह दिन के सामान्य सत्र से बेहतर तीन दिन की कडी मेहनत वाली ट्रेनिंग है.
दक्षिण अफ्रीका और यूएई से हुए मुकाबलों के बीच के चार दिन में से भारतीय टीम ने दो दिन अभ्यास किया. वाका में शुक्रवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले मुकाबले के पहले के पांच दिनों में से टीम दो दिन का इस्तेमाल ही अभ्यास के लिए करेगी.
यूएई के खिलाफ मैच के बाद दैनिक नेट सत्र पर धौनी ने अपना नजरिया साफ करते हुए कहा था, हम काम के बोझ को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, एक दिन छोड़कर अभ्यास करने की कोशिश कर रहे हैं. तीन दिन का कडा अभ्यास छह दिन के सामान्य अभ्यास से बेहतर है.
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत से लगभग सभी स्थलों पर खेला है और कुछ हफ्तों में विकेट की प्रकृति में काफी बदलाव नहीं आने वाला जिसका मतलब है कि टीम को कोई विशेष रणनीति बनाने की जरुरत नहीं है.
धौनी ने कहा, अगर आप ऑस्ट्रेलिया दौरे में विश्व कप को भी शामिल कर लो तो यह चार से पांच महीने का दौरा होगा. अगर आप हालात की बात करें तो हमें हालात के बारे में सब कुछ पता है. हम लगभग सभी स्थलों पर खेले हैं इसलिए हमें पता है कि विकेटें कैसा बर्ताव करेंगी.