सिडनी : गेंद से छेड़खानी विवाद के बाद हुए मानमर्दन की शर्मिंदगी झेल रहे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का सिर एशेज में मिली जीत के बाद एक बार फिर फख्र से ऊंचा हो गया है और देश के मीडिया ने टीम की जमकर सराहना की है.
अठारह बरस पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट विवादों से घिरा था जब तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ, उपकप्तान डेविड वार्नर और सलामी बल्लेबाज कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर गेंद से छेड़खानी के आरोप लगे थे. इससे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट पर ऊंगली उठी और खेलभावना पर बहस छिड़ गई. तीनों क्रिकेटरों पर प्रतिबंध लगा और तत्कालीन कोच डेरेन लीमैन को पद छोड़ना पड़ा.
जस्टिन लैंगर को नया कोच बनाया गया और ड्रेसिंग रूम के माहौल में काफी बदलाव आया. अचानक कप्तान बने टिम पेन के नेतृत्व में टीम ने इन बदलावों को आत्मसात किया जबकि मार्गदर्शक की भूमिका में रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ जैसे धुरंधर साथ रहे.
सिडनी डेली टेलीग्राफ ने कहा, कोच जस्टिन लैंगर और स्टाफ की रणनीति से टिम पेन की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने खोया गौरव हासिल किया. द ऑस्ट्रेलियन ने लिखा, इस जीत से सारे पाप धुल गए. पिछले 18 महीने की निराशा के बाद आखिर जश्न मनाने का मौका मिला. पेन ने जीत के बाद कहा , इस टीम पर जितने हमले किये गए , खिलाड़ियों ने डटकर उनका सामना किया और मुझे अपनी टीम पर गर्व है. फाक्स स्पोटर्स ने कहा , वी अर्न्ड इट.
वहीं चैनल नाइन ने कहा कि ‘लीड्स का भूत’ अब उतर चुका है. एक साल का प्रतिबंध झेलकर वापसी करने वाले स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया की जीत के सूत्रधार रहे. सिडनी मार्निंग हेराल्ड ने कहा, इस एशेज को स्मिथ की एशेज के रूप में याद रखा जायगा. स्मिथ ने 134.2 की औसत से तीन शतक समेत 671 रन बना लिये हैं.