नागपुर : सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और संकटमोचक चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 121 रन की मदद से भारत ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन आज श्रीलंकाई गेंदबाजी आक्रमण को धता बताते हुए भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया. पुजारा और विजय ने दूसरे विकेट के लिये 209 रन की साझेदारी की जिसकी बदौलत भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट पर 312 रन बना लिये. भारत अब श्रीलंका के पहली पारी के स्कोर 205 रन से 107 रन आगे है.
आठ महीने बाद पहला टेस्ट खेल रहे विजय ने टीम प्रबंधन के सामने चयन की दुविधा पैदा कर दी है क्योंकि दिल्ली में होने वाले तीसरे टेस्ट और दक्षिण अफ्रीका में होने वाली टेस्ट श्रृंखला के लिये उन्हें तय करना होगा कि किससे पारी की शुरुआत कराई जाये. तकनीक के महारथी विजय का पलड़ा केएल राहुल और शिखर धवन पर भारी रहेगा. दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर पुजारा के साथ कप्तान विराट कोहली ( नाबाद 54 ) क्रीज पर थे.
कोहली कल तीसरे दिन आक्रामक खेलने की फिराक में होंगे जबकि पुजारा दूसरे छोर पर संयम के साथ खेल रहे हैं. पुजारा ने अपना शतक पूरा करने में 246 गेंदें ली. पिच से गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली जिससे भारतीय बल्लेबाजों को भी परेशानी पेश नहीं आई. पुजारा और विजय ने टेस्ट क्रिकेट में दसवीं शतकीय साझेदारी पूरी की. विजय ने 221 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके और एक छक्का लगाया जबकि पुजारा ने 284 गेंदों का सामना करके अब तक 13 चौके लगाये.
विजय और पुजारा का औसत प्रति साझेदारी 73 रन है जो टेस्ट क्रिकेट में सभी भारतीय जोडियों में सर्वाधिक है. सौराष्ट्र के दाहिने हाथ के बल्लेबाज पुजारा ने 2017 में टेस्ट क्रिकेट में अपने 1000 रन भी पूरे कर लिये. पुजारा और विजय की यह लगातार चौथी शतकीय साझेदारी है.
विजय ने ईडन टेस्ट के नायक रहे सुरंगा लकमल को खास तौर पर नसीहत दी. मेजबान बल्लेबाजों ने धीमी गति से रन बनाये और तीन सत्र में सिर्फ 301 रन बने. आखिरी सत्र में कप्तान कोहली ने तेजी से रन बनाते हुए 70 गेंद की अपनी पारी में छह चौके लगाये. दिनेश चांदीमल ने अपने स्पिनरों को भी गेंद सौंपी लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल सकी. विजय ने रंगाना हेराथ को स्ट्रेट छक्का जड़ा और दिलरुवान परेरा की गेंद पर लांग आफ में चौका लगाकर शतक पूरा किया. दिलरुवान ने न सिर्फ 21 ओवर में 117 रन दिये बल्कि लाहिरु गामेगे की गेंद पर विजय का कैच भी छोड़ा जब वह 61 रन पर खेल रहे थे.