Shardiya Navratri 2025: देश और दुनिया भर में लाखों भक्त माता दुर्गा की आराधना कर रहे हैं. माता दुर्गा शक्ति, ऊर्जा और साहस का प्रतीक मानी जाती हैं. इस बार शारदीय नवरात्रि 10 दिन तक चलेगी. यह त्योहार केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक साधना और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी है. माना जाता है कि इस दौरान किए गए कुछ खास उपाय और रीति-रिवाज नकारात्मक शक्तियों को दूर करके भक्तों पर माता के आशीर्वाद की वर्षा करते हैं.
उपाय 1: नवरत्न मंत्र का जाप
नवरात्रि में मंत्र जाप का सबसे शुभ समय माना जाता है. खासकर ‘नवरत्न मंत्र’ अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है. हर भक्त रोज़ाना 108 बार “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” का जाप कर सकता है. इस मंत्र में माता लक्ष्मी, माता काली और माता सरस्वती की शक्तियां समाहित हैं. इसे रुद्राक्ष की माला से करने से जीवन में आने वाली हर तरह की बाधाएं और संकट दूर होते हैं.
उपाय 2: माता को शृंगार की वस्तुएं अर्पित करना
नवरात्रि में माता दुर्गा को सजावट और सौंदर्य की वस्तुएं अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है. खासकर ‘सोलह शृंगार’, यानी 16 प्रकार के शृंगार—जैसे बिंदी, लाल चुनरी, मेहंदी, चूड़ियां और सिंदूर—अर्पित करना बेहद पवित्र है. यह उपाय महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है, क्योंकि इससे स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और इच्छाओं की पूर्ति में मदद मिलती है.
उपाय 3: लाल आसन पर बैठकर पूजा
नवरात्रि में लाल रंग का आसन उपयोग करना भी महत्वपूर्ण परंपरा है. माता दुर्गा को लाल रंग बहुत प्रिय है. इस लाल आसन पर बैठकर मंत्र जाप और ध्यान करने से पूजा के दौरान बनने वाली सकारात्मक ऊर्जा सीधे शरीर में संचित होती है और मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है.
यह भी पढ़ें: इन दिन है दुर्गा महाअष्टमी, जानें क्या करें और क्या न करें
भक्ति और श्रद्धा का महत्व
इन तीन उपायों को हमेशा भक्ति, श्रद्धा और शुद्ध मन से करना चाहिए. ऐसा करने से न केवल घर में सुख-शांति आती है, बल्कि माता दुर्गा का आशीर्वाद भी हमेशा आपके साथ रहता है. भक्तिपूर्ण साधना से जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति सुनिश्चित होती है.

