Premanand Ji Maharaj: कई बार हम भगवान से कुछ मांगते हैं, लेकिन हमारी इच्छाएँ पूरी नहीं होतीं. ऐसे में हमारे मन में सवाल उठते हैं कि क्या भगवान हमारी भक्ति को देख रहे हैं. प्रेमानंद जी कहते हैं कि सच्ची भक्ति का मतलब सिर्फ इच्छाएँ पूरी होना नहीं है, बल्कि भगवान से बिना स्वार्थ के प्रेम और समर्पण बनाए रखना है.
भगवान की योजना हमारे भले के लिए होती है
प्रेमानंद जी कहते हैं कि कभी-कभी हमारी इच्छा पूरी नहीं होती, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भगवान हमारी भक्ति नहीं देखते. भगवान की योजना हमेशा हमारे भले के लिए होती. हो सकता है कि अभी हमें समझ न आए, लेकिन भगवान हमेशा हमें सही रास्ता दिखाते हैं और हमारे जीवन में सच्चा सुख लाते हैं. इच्छाएं पूरी होने में समय लगता है मगर भगवान वही करते हैं जो हमारे लिए सही होता है.
भक्ति पर संदेह होने पर क्या करें
जब हमें लगता है कि हमारी भक्ति का कोई असर नहीं हो रहा, तो हमें धैर्य रखना चाहिए और भगवान पर भरोसा बनाए रखना चाहिए. पूजा, साधना और अच्छे कर्म जारी रखें. यह समय हमारे विश्वास और भक्ति को मजबूत बनाने का अवसर है.
केवल इच्छाएं पूरी कराने के लिए भक्ति ना करें
महाराज जी कहते हैं सच्ची भक्ति वह है जो बिना किसी स्वार्थ के सिर्फ भगवान से प्यार और विश्वास के साथ की जाए. यह सिर्फ मांगने या इच्छाएं पूरी कराने का तरीका नहीं है.
सच्चे भक्त की क्या पहचान है?
सच्चा भक्त की पहचान ये है की वो जानता है कि भगवान हमेशा उसके साथ हैं और उनकी कृपा कभी भी पीछे नहीं हटती. हमारी इच्छाएँ पूरी न होने का अर्थ यह नहीं कि भगवान ने हमें छोड़ दिया है, बल्कि यह एक अवसर है आत्मविश्वास, धैर्य और भक्ति को और मजबूत बनाने का.
अगर भगवान हमारी इच्छाएँ पूरी नहीं करते तो क्या इसका मतलब है कि उन्होंने हमें छोड़ दिया?
नहीं, भगवान हमेशा हमारे साथ हैं. हमारी इच्छाएँ पूरी न होना सिर्फ यह दर्शाता है कि उनका मार्गदर्शन हमारे भले के लिए है.
क्या भक्ति का मतलब सिर्फ इच्छाएँ पूरी कराना है?
सच्ची भक्ति का मतलब है भगवान से प्रेम और समर्पण, बिना किसी स्वार्थ के.
जब भक्ति पर संदेह हो तो हमें क्या करना चाहिए?
धैर्य रखें, भगवान पर भरोसा बनाए रखें और पूजा, साधना या अच्छे कर्म करते रहें. यह समय हमारे विश्वास को मजबूत करने का अवसर है.
कैसे जानें कि हमारी भक्ति सच्ची है?
जब भक्ति बिना किसी स्वार्थ के सिर्फ भगवान के प्रेम और श्रद्धा से की जाए, वही सच्ची भक्ति है.
क्या हमारी इच्छाएँ कभी पूरी नहीं होंगी?
कई बार इच्छाएँ तुरंत पूरी नहीं होतीं, लेकिन भगवान की योजना में हमेशा हमारा भला होता है. समय पर वह सही चीज़ें और सही अवसर देंगे.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.

