Margashirsha Month 2025: भगवान श्रीकृष्ण को सिर्फ पूजा से नहीं, बल्कि अच्छे कर्मों और सेवा भाव से भी प्रसन्न किया जा सकता है. इस महीने किसी जरूरतमंद की मदद करें, किसी को प्रसन्न करें, और झूठ या क्रोध से दूर रहें. जो व्यक्ति दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाता है, वह श्रीकृष्ण की सच्ची कृपा का पात्र बनता है.
सुबह जल्दी उठकर करें स्नान और ध्यान
मार्गशीर्ष मास में ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले उठना शुभ माना गया है. इस समय स्नान कर भगवान श्रीकृष्ण का नाम जप करने से मन शांत होता है और दिनभर सकारात्मकता बनी रहती है. अगर संभव हो तो तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं और श्रीकृष्ण मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें.
श्रीकृष्ण को अर्पित करें पीले फूल और तुलसी
इस महीने श्रीकृष्ण को पीले फूल, तुलसी पत्र और मक्खन बहुत प्रिय हैं. प्रत्येक दिन या गुरुवार को भगवान को तुलसी पत्र और मक्खन का भोग लगाने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है. मान्यता है कि तुलसी के बिना श्रीकृष्ण की पूजा अधूरी मानी जाती है, इसलिए हर पूजा में तुलसी पत्र अवश्य चढ़ाएं.
करें अन्न और वस्त्र का दान
अघान या मार्गशीर्ष मास को “धर्म और दान का महीना” कहा जाता है. इस दौरान गरीबों को भोजन, तिल, गुड़, और वस्त्र दान करने से श्रीकृष्ण अत्यंत प्रसन्न होते हैं. दान करते समय मन में अहंकार न रखें, बल्कि विनम्रता और श्रद्धा के साथ दान करें, यही सच्चा भक्ति भाव है.
गीता पाठ और सुनें भगवान की कथा
इस महीने गीता जयंती भी आती है, इसलिए गीता का पाठ या श्रवण करना बहुत शुभ माना गया है. श्रीकृष्ण की लीलाओं और कथाओं को सुनने से मन में भक्ति बढ़ती है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं. अगर रोज़ाना पूरा पाठ संभव न हो, तो “गीता सार” पढ़ना भी लाभकारी होता है.
संध्या के समय करें दीपदान और नामस्मरण
संध्या के समय तुलसी के पास दीपक जलाकर “हरे कृष्ण, हरे राम” का कीर्तन या जप करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है.कहा जाता है कि दीपक का प्रकाश अज्ञानता को दूर करता है और ईश्वर की कृपा का मार्ग खोलता है.
मार्गशीर्ष मास में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कैसे करें?
सुबह स्नान के बाद भगवान को तुलसी, फूल और मक्खन चढ़ाएं तथा “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें.
क्या इस महीने गीता पाठ करना जरूरी है?
हां, गीता जयंती इसी महीने आती है, इसलिए गीता पाठ या श्रवण करना बहुत शुभ होता है.
कौन-सी चीजें श्रीकृष्ण को सबसे प्रिय हैं?
तुलसी पत्र, पीले फूल, मक्खन, और अन्न दान भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय हैं.

